शौचालय बनाने को लेकर भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प, यहाँ जाने पूरा मामला…

कानपुर। शास्त्री नगर पुलिस चौकी के पास पहले से ही बने शौचालय के बगल में दूसरा शौचालय बनाने को लेकर भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। मौके पर सपा कार्यकर्ता भारी पड़े तो शास्त्रीनगर चौकी और काकादेव थाने में भाजपा कार्यकर्ता।

पुलिस के सामने हाथापाई हुई, जिसमें काकादेव पुलिस ने पार्षद विनोद गुप्ता और उनके हिस्ट्रीशीटर भांजे विनय गुप्ता को शांतिभंग और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पार्षद का भांजा विनय गुप्ता सपा लोहिया वाहिनी का प्रदेश उपाध्यक्ष है।

शास्त्रीनगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष आलोक शर्मा व गल्ला कारोबारी अजय चौरसिया ने बताया कि चौराहे के पास पहले से ही दो शौचालय बने हुए हैं। व्यापारियों ने हाल में ही चंदा करके वहां सफाई करवाई थी। शुक्रवार सुबह पार्षद विनय गुप्ता वहां पर एक और शौचालय बनाने के लिए पूजन कर रहे थे, जिसका भाजपा नेता वार्ष्णेय त्रिपाठी ने विरोध किया।

आरोप है कि इस पर विनोद और साथी सपा कार्यकर्ताओं ने वार्ष्णेय के साथ मारपीट कर दी। कुछ ही देर में सूचना पर पूर्व पार्षद राघवेन्द्र मिश्रा समेत कई भाजपा कार्यकर्ता और व्यापारी शास्त्री नगर चौकी पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया।

हंगामे की सूचना पर एसीपी स्वरूप नगर शिखर, नजीराबाद थाना प्रभारी कौशलेन्द्र प्रताप सिंह समेत सर्किल का फोर्स मौके पर पहुंचा। पार्षद पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पार्षद चौकी के बाहर धरने पर बैठ गए। एसीपी ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर मामला शांत कराया। पुलिस फिर सभी को काकादेव थाने ले आई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां पार्षद को जूते दिखाए तो मामला और बिगड़ गया।

थाने में पुलिस के सामने ही दोनों पक्ष मारपीट करने लगे। एसीपी स्वरूप नगर शिखर ने बताया कि भाजपा नेता वार्ष्णेय और पार्षद विनोद की तहरीरों पर एक दूसरे के खिलाफ मारपीट, धमकी और बलवा की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने शांतिभंग और मारपीट के आरोप में पार्षद विनोद गुप्ता और उनके भांजे विनय गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पहले भी हुआ था विवाद
चौकी के पास शौचालय को लेकर पहले भी विवाद हुआ था। गंदगी और सफाई की समस्या को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने पहले भी शौचालय बनने का विरोध किया था। पुलिस ने मामले में दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया था। लोगों का कहना है कि पार्षद जहां शौचालय बनाने की बात कह रहे हैं वहां महिला और पुरुष शौचालय पहले से हैं जहां सफाई तक नहीं कराई जाती है। शौचालय को काली मठिया मंदिर के पास बनाया जा सकता है जहां लोगों को सुविधा होगी।

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