तिलोई अमेठी। रविवार को वन रेंज परिसर में विश्व वन्य जीव दिवस के मौके पर वन विभाग द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्ज़ा ने बताया की हमारी धरती पर जीवन का आधार हमारे पेड़ पौधे वनस्पति एव वन्य जीव प्रणाली है भोजन वस्तु आजीविका प्रकृति पर निर्भर है पादप जगत के संरक्षण संवर्धन योगदान प्रस्तुत करना हमारा दैनिक नैतिक धार्मिक सामाजिक दायित्व कर्तव्य है आगे बताते हुए कहा कि हमें एक जागरूक नागरिक की तरह समाज में लोगों को वन्य जीव की रक्षा करने के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए अधिक से अधिक लोगों को पेड़ पौधे लगाने के लिए जागरुक करना चाहिए। इस मौके पर डिप्टी रेंजर सचिन गौतम बाबू मृदुल श्रीवास्तव,, बीट प्रभारी रामराज यादव बीट प्रभारी महेंद्र प्रताप बीट प्रभारी महादेव यादव गुड्डू मौर्य अन्य सहित कर्मचारी और अधिकारी गण मोजूद रहे ।
कैसे हुई विश्व वन्यजीव दिवस की शुरुआत?
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को, अपने 68वें अधिवेशन में वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं वनस्पति के लुप्तप्राय प्रजाति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 3 मार्च को हर साल विश्व वन्यजीव दिवस मनाने की घोषणा की थी। वन्य जीवों को विलुप्त होने से रोकने के लिए सबसे पहले साल 1872 में वाइल्ड एलीफेंट प्रिजर्वेशन एक्ट पारित हुआ था।
विश्व वन्यजीव दिवस 2023 की थीम
विश्व वन्यजीव दिवस हर साल एक थीम के साथ मनाया जाता है। विश्व वन्यजीव दिवस 2023 की थीम है “वन्यजीव संरक्षण के लिए साझेदारी” है। साल 2022 में विश्व वन्य जीव दिवस की थीम थी “पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को फिर से लागू करना”।
क्यों मनाया जाता है विश्व वन्यजीव दिवस?
वन्यजीवों से हमें भोजन तथा औषधियों के अलावा और भी कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। इसमें से एक है वन्यजीव जलवायु संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। ये मानसून को नियमित रखने तथा प्राकृतिक संसाधनों की पुनःप्राप्ति में सहयोग करते हैं। पर्यावरण में जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों के योगदान को पहचानकर तथा धरती पर जीवन के लिए वन्यजीवों के अस्तित्व का महत्व समझते हुए हर साल विश्व वन्यजीव दिवस अथवा वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे मनाया जाता है।
विश्व वन्यजीव दिवस मनाने का उद्देश्य
इस दिवस को मनाने का मकसद बहुत ही साफ है कि दुनियाभर में जिस भी वजहों से वन्यजीव और वनस्पतियों लुप्त हो रही हैं उन्हें बचाने के तरीकों पर काम करना। पृथ्वी की जैव विविधता को बनाए रखने के लिए वनस्पतियां और जीव-जंतु बहुत जरूरी हैं। लेकिन पर्यावरण के असंतुलन और तरह-तरह के एक्सरपेरिमेंट्स के कुछ सारे जीव और वनस्पतियों का अस्तित्व खतरे में है।