महमूदाबाद, सीतापुर।
श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के तहत धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। तहसील परिसर में एसडीएम के नेतृत्व में सुंदरकांड, लाइव प्रसारण, हवन-पूजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मां संकटा देवी धाम, श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सहित अधिकांश मंदिरों पर दीपोत्सव व आतिशबाजी के साथ रामभक्तों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी मनायी। पूरे नगर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने दीपक जलाने के साथ अपने घरों को विद्युत लाइटों से जगमग किया।
रामोत्सव के तहत तहसील परिसर में सोमवार को एसडीएम शिखा शुक्ला ने अन्य कर्मचारियों के साथ सुंदरकांड का आयोजन किया। हवन पूजन के बाद शुरू हुये भंडारे में विधायक आशा मौर्या, सीओ दिनेश शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार गुप्त, मां संकटा देवी प्रबंध समिति अध्यक्ष आरके वाजपेयी, नगर पंचायत पैंतेपुर अध्यक्ष प्रतिनिधि उरूज आलम, रामकुमार नन्हा, कोतवाल ओमवीर सिंह, पूर्व तहसीलदार सुखवीर सिंह, नायब तहसीलदार दीक्षा शुक्ला, वाजिद हुसैन, दीनानाथ यादव, मोहन प्रसाद बारी, भाजपा जिलामंत्री सुधीर सिंह, नगर अध्यक्ष रमाशंकर वर्मा, विजय सिंह तोमर, रवि अवस्थी, ललित सिंह, सुशील गौड़ सहित हजारों की संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सीता ग्रुप आफ एजूकेशन के विद्यार्थियों ने हनुमान चालीसा व कई राम गीतों पर शानदार प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया।
एसडीएम व मां संकटा देवी धाम समिति के अध्यक्ष आरके वाजपेयी द्वारा कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देने वाले सभी विद्यार्थियों को आकर्षक पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया। एसडीएम शिखा शुक्ला ने राम गीत सुनाकर लोगों को रामोत्सव की बधाई दी। रात्रि में पूरे तहसील परिसर को हजारों दीपकों से सजाया गया। मां संकटा देवी धाम में सायंकालीन आरती के पश्चात 51 सौ दीपकों से सरोवर के बने भव्य घाट, सभी मंदिरों, यज्ञशाला सहित विशाल परिसर को सजाया गया। रामोत्सव के अवसर पर मां संकटा देवी धाम परिसर में करीब दो घंटें तक चली आतिशबाजी का लोगों ने आनंद लिया। रामकुंड चौराहा स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सहित पूरे रामकुंड चौराहे को आकर्षक ढ़ग से सजाया गया। मंदिर में सम्पन्न हुयी सायंकालीन आरती के पश्चात शानदार आतिशबाजी के साथ रामोत्सव मनाया गया। पूरा क्षेत्र प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राममय नजर आया। शाम को क्षेत्रभर में दीवाली सी जगमग दिखी। घरों को विद्युत लड़ियों, मोमबत्तियों के साथ दीपकों से सजाकर लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाया।