चंडीगढ़| किसान आंदोलन का आज ग्यारहवां दिवस है। इस क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा ने शंभू बॉर्डर पर पंजाब के युवक शुभकरण की मौत तथा हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर आंसू गैस के गोले व रबड़ की गोलियां चलाने के विरोध में आज देश भर में काला दिवस मनाने का एलान किया है। यह निर्णय बीते दिन चंडीगढ़ सेक्टर-35 में मौजूद किसान भवन में 32 किसान संगठनों वाले संयुक्त किसान मोर्चा की मैराथन बैठक के दौरान लिया गया।
सरकार जवाब नहीं दे रही: शुभकरण सिंह पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि शुभकरण सिंह की मौत को लेकर पंजाब सरकार से बातचीत की गई। इस बीच हमने बैठक में कई मांगें रखीं। जिनमें हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज करने तथा पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को शहीद का दर्जा दिए जाने व उनके परिवार को मुआवजे देने और पोस्टमॉर्टम के लिए बोर्ड गठित किए जाने से संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत हुई। लेकिन अब 14 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। इसलिए शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है। पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है, यह निंदनीय है।
पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने केंद्र पर साधा निशाना
किसानों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की बर्बरता और क्रूर कार्रवाई को असहनीय करार देते हुये पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा है कि केंद्र को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी बनाने समेत किसानों की सभी मांगों को बिना किसी देरी से मंजूर करना चाहिए। संधवां ने कहा कि जब 2021 में मोदी सरकार ने सभी मांगों मान ली थीं और उनकी सभी मांगों को पूरा करने का वायदा किया था, फिर अब किसानों को दिल्ली जाकर अपनी आवाज़ बुलंद करने से क्यों रोका जा रहा है।
दिल्ली कूच टालने से नाराज हुए युवा किसान, दो गुटों में बंटा आंदोलन
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के सिद्धूपुर गुट की ओर से किसान नेताओं की ओर से बार-बार दिल्ली कूच टालने से दो गुट बन गए हैं इसलिए युवा वापस लौटने लगे हैं। शंभू बॉर्डर से 25 फीसदी किसान अपने घरों की ओर वापसी कर चुके हैं। इसके चलते खनौरी में भी शांति रही। वहीं, शुभकरण को बलिदानी घोषित करने की मांग की गई है। युवा किसान की मौत के बाद भाकियू ने दो घंटे तक नेशनल हाईवे जाम किया है।
सेना की गाड़ी गुजरी तो किसानों ने लगाए जय-जवान, जय किसान के नारे
किसानों के दिल्ली कूच के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी गुट) ने गुरुवार को नेशनल हाइवे 344 पर गांव कैल के पास जाट चौक पर जाम लगा दिया। 12 बजे किसान धरने पर बैठ गए थे और दो बजे तक जारी रखा। हालांकि इस दौरान एंबुलेंस व सेना की गाड़ियों को नहीं रोका गया, लेकिन अन्य किसी वाहन को जाने नहीं दिया। हाईवे के बीचोबीच बैठकर किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।