कानपुर| कानपुर जिले के भीतरगांव विकास खंड के अमौर गांव में होलिका स्थल के करीब बीते वर्षों दीवार निर्माण के बाद पनपे विवाद को सुलझाने में प्रशासन इस वर्ष भी नाकाम रहा। लिहाजा गांव-गांव में होली के दौरान कोई खलल न पड़ने पाए। इसके लिए साढ़ पुलिस ने गांव के 180 लोगों पर शांतिभंग की कार्रवाई पाबंद की है।
इतनी बड़ी संख्या में शांतिभंग कार्रवाई से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। प्रधान का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने होलिका स्थल विवाद सुलझाने के बजाय ग्रामीणों को शांतिभंग का भय दिखाकर होली का उत्साह फीका कर दिया। है। साढ़ प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार ने बताया अमौर गांव में होलिका दहन स्थल को लेकर बीते वर्षों से विवाद है।
इस वर्ष भी पूर्ववत स्थिती बनी हुई है। इसके चलते शुक्रवार को गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक कर शांति सुरक्षा बनाए रखने को लेकर सहयोग की अपील की। उन्होंने ग्रामीणों से परंपरागत तरीके से उत्साहपूर्वक होली मनाने का भी आग्रह किया। बताया कि होली, रमजान और लोकसभा चुनाव को देखते हुए 180 लोगों पर शांतिभंग की कार्रवाई पर पाबंद किया गया है।
18 वर्ष से 60 वर्ष तक है उम्र
शांति बैठक संपन्न होने के बाद दो दरोगा, सिपाही व होमगार्ड्स ने अमौर गांव की गलियों में घूमकर शांतिभंग में पाबंद किए गए ग्रामीणों की सूची में घर-घर जाकर लोगों से हस्ताक्षर कराकर जानकारी दी। जिन ग्रामीणों पर कार्रवाई की गई है। उनकी उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष तक है।
ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है खामियाजा
ग्राम प्रधान शैलेंद्र सिंह राना बताते हैं कि स्थानीय प्रशासन बीते वर्षों से होलिका स्थल के विवाद को सुलझाने में जहां नाकाम है। वहीं, इतनी बड़ी संख्या में शांतिभंग कार्रवाई से होली का उत्साह फीका कर दिया। कुल मिलाकर प्रशासन की कमी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
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