अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड में खरीदी हिस्सेदारी, फोकस बढ़ोतरी और कर्ज़ के बीच संतुलन स्थापित करना है

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड के लिए अपने अर्निंग एस्टिमेट बढ़ा दिए हैं, और इसके लिए अच्छी बढ़ोतरी तथा पूरी तरह इन्टीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स व्यवसाय के बूते मार्केट शेयर से होने वाले लाभ और प्राइसिंग पॉवर में बढ़ोतरी की संभावना का हवाला दिया।

रिसर्च फर्म के मुताबिक, कंपनी प्रबंधन का फोकस बढ़ोतरी और कर्ज़ के बीच संतुलन स्थापित करने की तरफ़ शिफ़्ट हो रहा है। गोल्डमैन सैक्स ने इसके लिए ऑर्गैनिक पोर्ट वॉल्यूम में बढ़ोतरी, म्यांमार पोर्ट में बिक्री, श्रीलंका पोर्ट में नए निवेश तथा जारी युद्ध के बावजूद हाइफ़ा बंदरगाह (इज़राइल) में मामूली व्यवधान का हवाला दिय़ा।

बुधवार को एक नोट में रिसर्च फर्म ने कहा, “हमारा मानना ​​है कि शेयरों के इसके बाद बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए, खासतौर से उस स्थिति में, जब साल के उत्तरार्द्ध में बढ़ोतरी आश्चर्यजनक रहे।” गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि कंपनी अपने वित्तवर्ष 2024 के वॉल्यूम गाइडेंस से आगे निकल जाएगी।

ब्रोकरेज फर्म ने शेयर पर ‘बाय’ (खरीदें) रेटिंग को बरकरार रखा है, और टारगेट प्राइस को भी 820 रुपये से बढ़ाकर 855 रुपये कर दिया है, जिसकी बदौलत 7.85 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है।

रिसर्च फर्म ने दूसरी तिमाही की आय को शामिल करने के बाद अपने अनुमान को अपडेट किया है, तथा मज़बूत वॉल्यूम और नए बंदरगाहों में रैम्प-अप के मद्देनज़र वॉल्यूम अनुमानों में 3 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है। रिसर्च फर्म के मुताबिक, “हमारे वित्तवर्ष 25 / वित्तवर्ष 26 के राजस्व / EBITDA अनुमान में 3-4 फ़ीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।”

वित्तवर्ष 24 के लिए गाइडेंस
पहले सात महीनों में ही 24 करोड़ टन का वॉल्यूम हासिल कर चुकी कंपनी के लिए गोल्डमैन सैक्स वित्तवर्ष में 37-39 करोड़ टन के गाइडेंस को ‘कन्ज़रवेटिव’ मान रहा है।

कंपनी ने वित्तवर्ष के लिए 14500-15000 करोड़ रुपये का EBITDA गाइडेंस भी बरकरार रखा है, जो साल-दर-साल के आधार पर 19 फ़ीसदी की बढ़ोतरी है। इसके मुताबिक, उम्मीद है कि नेट डेट-टु-EBITDA भी पिछले वित्तवर्ष के 3-3.5 गुणा की तुलना में गिरकर 2.5 गुणा रह जाएगा।

प्रमुख जोखिम और स्ट्रीट व्यू
ऑल इंडिया कन्टेनर और ओवरऑल पोर्ट वॉल्यूम में अदाणी पोर्ट्स का मार्केट शेयर क्रमशः 43 फ़ीसदी और 29 फ़ीसदी है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा, इसके चलते निर्यात और आयात का वॉल्यूम में लगातार मंदी रहने की स्थिति में कंपनी पर असर पड़ सकता है।

इसमें कहा गया है कि पूंजीगत व्यय या अधिग्रहण में बढ़ोतरी से फ़्री कैश फ़्लो जेनरेशन प्रभावित हो सकता है, और कैश फ़्लो पर जोखिम को लेकर बाज़ार धारणा ‘हाई’ रह सकती है।
अदाणी पोर्ट्स के शेयर दोपहर 2:14 बजे NSE पर लगभग अपरिवर्तित निफ्टी 50 की तुलना में 0.14 फ़ीसदी की बढ़ोतरी के साथ 792.95 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।

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