पवन हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पवन की बहन से 10 वर्षो से करता था प्यार

प्रेमिका से झगड़ा होने के बाद प्रेमी बना हैवान

प्रेमिका के 11 वर्षीय भाई की शुक्रवार को गला दबाकर कर दी हत्या

प्रेमी की पत्नी से रिलेशनशिप बताना व मोबाइल छीनना प्रेमिका को पड़ा महंगा

बलिया। प्रेमिका के प्रेम में पागल प्रेमी युवक ने प्रेमिका के 11 वर्षीय भाई की हत्या कर गांव से चार किमी दूर खेत में शव को फेंक दिया था। उभाव पुलिस ने रविवार की रात मुखबीर की सूचना पर साइकिल से तुर्तीपार के रास्ते भागलपुर होते हुए बिहार भाग रहे आरोपी को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल मृतक का टी-शर्ट व एक जोड़ी चप्पल, आधार कार्ड बरामद किया। वही आरोपी को सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सोमवार को न्यायालय भेज दिया। पूछताछ में अभियुक्त ने अपना नाम व पता हिमांशु यादव निवासी भदौरा तरछापार थाना उभांव जनपद बलिया बताया।

अभियुक्त ने बताया कि मै अपने ही गांव की एक लड़की से विगत 10 वर्षो से प्यार करता हूँ तथा हम लोग रिलेशनसिप में रहते थे। लड़की का पिता उसे डूहा बिहरा थाना सिकन्दरपुर बलिया पहुँचा दिया। शुक्रवार को डूहा बिहरा से लड़की मेरे घर आई और मेरा मोबाइल छीना और मेरी पत्नी से मुझसे अपना रिलेशनसिप होने की बात बताकर पुनः डूहा बिहरा मठिया चली गयी। जिससे नाराज होकर मैं प्रेमिका के पैतृक गांव डूहा बिहरा जाकर जबरन मोबाइल छिनकर आ रहा था कि उसके द्वारा विरोध करने पर मैंने उसे धक्का देकर गिरा दिया और मैं चला आया। शुक्रवार की शाम मैं कुण्डैल ढाला साईकिल से आ रहा था कि प्रेमिका का भाई पवन राजभर 11 वर्ष तेंदुहारी में मिल गया। जिसे हम बहला फुसला कर अपने साथ लेकर तुर्तीपार पहुंचकर महादेव चाट भण्डार से छोला पैक कराया। मैंने विशुनपुरा चट्टी पर जाकर देशी शराब की 02 शीशी खरीदा और चन्दायर कला ग्रामीण मार्ग के पुलिया पर बैठकर पवन को शराब पिलाया और चाट खिलाया।

गर्मी व पसीना से तंग आकर पवन राजभर ने अपना टी-शर्ट निकालकर हाथ में ले लिया और नशे में होकर गांव की तरफ जाने लगा, तभी सड़क से निचे खेत में जाकर अचेत होकर सो गया। तभी मुझे अपनी प्रेमिका के प्रति ख्याल आया और मेरी पत्नी की भी याद आयी। इसके बाद मेरे दिमाग में आया कि पवन राजभर सुनसान स्थान पर अचेत अवस्था में सोया हुआ है, क्यों न इसकी हत्या कर दी जाय, तब उसकी बहन ( प्रेमिका) पुनः मेरे गांव चली आयेगी। ततपश्चात मैंने पवन राजभर के आसमानी टी-शर्ट से उसका गला कस दिया। वह काफी छटपटाने लगा और मुंह से आवाज करने लगा। उसके शेष बचे टी-शर्ट से उसका मुंह दबा दिया तथा घुटने से उसका सीना दबाकर तब तक टी-शर्ट को खिचे रहा जब तक उसकी जान नहीं निकल गयी। उसने स्वीकार किया कि मैंने उसकी हत्या जान बुझकर किया है जिससे प्रेमिका उसके घर आ जाएगी। मृतक पवन के पिता नागेन्द्र व भाई शनि द्वारा मेरे विरूद्ध नामजद मुकदमा पंजीकृत कराया गया। जिससे बचने के लिए मैं बिहार भाग रहा था कि पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उभांव इंस्पेक्टर विपिन सिंह, उनि पंकज कुमार सिंह, उनि राकेश यादव, का इन्द्रेश वर्मा, का धनन्जय माझी, का प्रमोद चौरसिया, का वेद प्रकाश यादव आदि रहे।

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