शिक्षकों की सेवा बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की अध्यक्षता में शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के पार्क रोड स्थित शिविर कार्यालय में सैकड़ों शिक्षिकाओं ने धरना दिया।
लखनऊ । प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 25 वर्षाे से अधिक समय से कार्य कर रहे लगभग दो हजार तदर्थ शिक्षकों की शासन द्वारा सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में तथा ऐसे सभी शिक्षकों की सेवा बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी पूर्व एमएलसी की अध्यक्षता में शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के पार्क रोड स्थित शिविर कार्यालय में सैकड़ों शिक्षिकाओं ने धरना दिया।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डा0 आरपी मिश्र ने बताया कि धरना के समापन अवसर पर संगठन के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं नेता शिक्षक दल धु्रव कुमार त्रिपाठी एमएलसी ने मुख्यमंत्री को प्रेषित करने के लिए शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डा0 महेन्द्र देव को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन प्राप्त करने के पश्चात शिक्षा निदेशक ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करने के लिए आश्वस्त किया। उन्होने कहा कि तदर्थ शिक्षकों के लिए वैकाल्पिक व्यवस्था की जा रही है तथा शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सम्बन्धी धारा 21 का प्रस्ताव भी शासन को प्रेषित किया जा चुका है। शिक्षा निदेशक ने आश्वस्त किया कि किसी प्रकार से शिक्षकों का अहित नही होने दिया जाएगा।संगठन के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि दीपावली के पूर्व धनतेरस के दिन शासन ने शिक्षकों की सेवा समाप्ति सम्बन्धी शासनादेश निकालकर शिक्षकोे के घरों में अंधेरा कर दिया। उनका यह निर्णय शिक्षकों के लिए मृत्युदण्ड के समान है। हम इसके विरूद्व संघर्ष करेगे और आवश्यक हुआ तो जेल भरो आन्दोलन शुरू किया जाएगा।
उ0प्र0 प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डा0 दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों की सेवा बहाली के लिए जो भी संघर्ष होगा प्राथमिक शिक्षक उसमें बराबर की भागीदारी करेगा। डा0 शर्मा ने जोर देकर कहा कि अगर सरकार का शिक्षक विरोधी रवैया नही बदला तो शिक्षक उनके विरूद्व बटन दबाने में गुरेज नही करेगा।शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी एमएलसी ने कहा कि सरकार अंहकारी हो गई है। उन्होने कहा कि आज विधान परिषद में तदर्थ शिक्षकोे की सेवा बहाली का प्रकरण नियम 105 में उठाया था। यद्यपि सरकार ने उसे आग्रह कर दिया था किन्तु बहस के पश्चात सभापति ने हस्तक्षेप करते हुए सरकार को पुनर्विचार करने के निर्देश दिए।धरने को प्रमुख रूप से अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी के अलावा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डा0 दिनेश चन्द्र शर्मा, नेता शिक्षक दल ध्रुव कुमार त्रिपाठी पूर्व एमएलसी, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर, सुभाष चन्द्र शर्मा, पूर्व महांमत्री इन्द्रासन सिंह पूर्व एमएलसी, सुभाष चन्द्र शर्मा, संरक्षक महेश चन्द्र शर्मा पूर्व एमएलसी, डा0 प्रमोद कुमार मिश्र आदि ने सम्बोधित किया।