सूरत। गुजरात के सूरत लोकसभा सीट पर नामांकन खारिज होने के बाद अयोग्य करार दिए गए कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी 20 दिनों बाद शनिवार को मीडिया के सामने नजर आए। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, नीलेश कुंभानी ने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस ही थी जिसने 2017 में उन्हें सबसे पहले धोखा दिया था।
नीलेश कुंभानी ने यह भी कहा कि वह गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल और पार्टी के राजकोट लोकसभा उम्मीदवार परेश धनानी के प्रति सम्मान के कारण इतने दिनों तक चुप रहे।