मजदूर को आधे घंटे रेत में दबाया… मुरादाबाद के कुंदरकी कस्बे के मोहल्ला ख्वाजा नगर में बुधवार को लिंटर डालने के लिए बिछाई जा रही सरिया हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। करंट लगने से मजदूर झुलस गया। साथी मजदूर और आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाने के बजाए रेत में दबा दिया। उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले गए।
नगर के मोहल्ला ख्वाजा नगर में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज के पीछे इदरीश अहमद के निर्माणाधीन मकान का लिंटर डालने से पहले सरिया का जाल बिछाया जा रहा था। लिंटर डालने के लिए एक राजमिस्त्री के अलावा तीन मजदूर काम कर रहे थे।
मजदूर इस बीच मोहम्मद इकबाल (40) निवासी कस्बा सैफनी जिला रामपुर ने सरिया ऊपर उठाया तो वह मकान के ऊपर से जा रही 33 हजार की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। करंट की चपेट में आकर मजदूर झुलस गया।
आसपास के लोगों ने अस्पताल ले जाने के बजाय करीब आधे घंटे तक मजदूर का मुंह छोड़कर रेत में दबा दिया, जिससे मजदूर की हालत और ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद मजदूर को इलाज के लिए पहले सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मजदूर ढाई साल में छात्रा समेत तीन की जा चुकी हैं जानें, कई झुलसे
मोहल्ला ख्वाजा नगर की घनी आबादी के ऊपर से एक 33 केवी की और दो 11 केवी की विद्युत लाइनें निकल रही हैं। बीते ढाई साल में नगरीय क्षेत्र में हाईटेंशन लाइनों की चपेट में आने से छात्रा समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि डींगरपुर रोड पर एक छात्र की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से जान जा चुकी है।
कुछ दिन पहले से नगर के मोहल्ला लाइनपार में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मदरसे की दो छात्राएं गंभीर रूप से झुलस गईं थीं, जिनमें से एक छात्रा को दिल्ली रेफर किया गया था। इसके अलावा कई विद्युत हादसे सामने आ चुके है, लेकिन विद्युत अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मजदूर झुलसे को रेत में दबाना गलत
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. नवल किशोर का कहना है कि हाईवॉल्टेज करंट से झुलसे मजदूर काे रेत में दबाना उचित नहीं था। रेत में दबाने से रेत के कण शरीर पर चिपक जाते है, जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। मजदूर को तत्काल ही सीएचसी में लाना चाहिए था। ऐसे मामलों में ईसीजी आदि जांचों के बाद ही इलाज शुरू किया जाता है