आरओ-एआरओ परीक्षा लेकर की बैठक, कहा गड़बड़ी हुई तो तय होगी व्यक्तिगत जवाबदेही
बलिया। समीक्षा अधिकारी (आरओ)व सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की परीक्षा कुशलतापूर्वक संपन्न कराने को लेकर जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की। उन्होंने सभी स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट,केंद्र व्यवस्थापक व सहायक केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि परीक्षा की जो नियम-शर्तें हैं, उनके अनुरूप ही परीक्षा कराएंगे। सचेत किया कि किसी भी स्तर पर छोटी से छोटी गलती भी अक्षम्य होगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी संज्ञान में आई तो व्यक्तिगत रूप से जवाबदेही तय करते हुए जिम्मेदार पर बड़ी कार्रवाई होगी। अपर जिलाधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने परीक्षा प्रारंभ होने से लेकर और समाप्ति तक के सभी बिंदुओं के बारे में बैठक में शामिल सभी को अवगत कराया। बताया कि जनपद में 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बैठक में शामिल यूपी लोक सेवा आयोग के समन्वयक एवं पर्यवेक्षक ने भी परीक्षा संबंधी जानकारी दी। इसके लिए आयोग ने तीन लोगों को नियुक्त किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षाओं का दौर अब शुरू हो गया है। आरओ-एआरओ के बाद पुलिस भर्ती, बोर्ड परीक्षा और फिर पीसीएस की परीक्षा होनी है। परीक्षा कराना संवेदनशील व महत्वपूर्ण कार्य है। इसलिए सभी स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व केन्द्र सहायक पहले ही यह देख लें कि किसी भी केंद्र पर कोई कमी न रह जाए। कमरों में दोनों तरफ से सीसीटीवी कैमरा, डिस्प्ले बोर्ड, रिकार्डिंग व वेबकाॅस्टिंग की व्यवस्था पूरी तरह सही हो। परीक्षार्थियों की सीटिंग व्यवस्था भी देख लेंगे। इसके अलावा स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी इन निर्देशों का अनुपालन अपने स्तर से भी सुनिश्चित कराएंगे।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ह्यूमन एरर, लिपिकीय त्रुटि जैसी चीज परीक्षा में नहीं होनी चाहिए, ऐसी लापरवाही व शिथिलता बरतने वाले कर्मचारी, अधिकारी,अध्यापक, प्रधानाचार्य पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। साथ ही सभी को लोक सेवा आयोग के दिशा निर्देशों को पढ़ने और उसका शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि कलेक्ट्रेट में एक कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी, यहां के नोडल सीआरओ होंगे, उनके साथ कुछ अन्य अधिकारी एवं माध्यमिक शिक्षा के अध्यापक भी मौजूद रहेंगे। कहा कि आयोग के द्वारा परीक्षा को शान्तिपूर्ण एवं सुचितापूर्ण संपन्न कराने हेतु परीक्षा से आधे घंटे पहले और परीक्षा के आधे घंटे बाद तक जैमर का इस्तेमाल किया जाएगा।
बैठक में एसपी देव रंजन वर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी बात रखी और साफ शब्दों में सभी को सचेत किया कि इन परीक्षाओं पर पुलिस की भी पैनी नजर रहेगी,स्पेशल सेल एक्टिव रहेगा। इसलिए इन परीक्षाओं की संवेदनशीलता को समझते हुए आप में से कोई भी किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेगा। संलिप्तता और गड़बड़ी की स्थिति में पुलिसिया कार्रवाई भी निष्पक्ष होगी और परीक्षा केंद्र से सीधे जेल भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, परियोजना निदेशक उमेश मणि त्रिपाठी, बीएसए मनीष सिंह,डीएसओ रामजतन यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं केंद्र व्यवस्थापक आदि मौजूद थे।