नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने संसद के बाहर हंगामा करने वाले अनमोल शिंदे व युवती नीलम को तुरंत हिरासत में ले लिया था। पुलिस की पकड़ में आने से पहले दोनों आरोपियों ने जमकर हंगामा किया। नीलम उस वक्त भी नारेबाजी करती रही, जब दिल्ली पुलिस की महिलाकर्मी उसको हिरासत में लेकर संसद मार्ग थाने जा रही थी। सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे पढ़ने का कोई खौफ उसके चेहरे पर नहीं दिख रहा था। नीलम का उस समय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जब पुलिस ने उसे हिरासत में ले रखा था। नीलम बेरोजगारी से परेशान होने की बात कर रही है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मूलरूप से जींद जिले के घसो कला की रहने वाली नीलम हिसार के रेड स्क्वायर मार्केट के पीछे स्थित पीजी में रहती है। वह पीजी में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस की तैयारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार नीलम 25 नवंबर को पीजी से घर जाने की कहकर निकली थी। शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि पीजी में रहने वाले अन्य छात्रों ने बताया कि नीलम राजनीति में बहुत रुचि रखती है।
दिल्ली पुलिस ने जब नीलम को हिरासत में लिया था उस समय मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नीलम ने चिल्लाते हुए कहा कि उसका नाम नीलम है। जो आम जनता है, जो हमारी सरकार है. हकों की बात करने वालों पर अत्याचार किया जाता है। लाठीचार्ज किया जाता है. अत्याचार किया जाता है। मीडियाकर्मियों ने जब नीलम से पूछा कि वह किसी संगठन से जुड़े हुए हैं तो नीलम ने कहा कि वह किसी संगठन से नहीं जुड़ी हुई है। वह छात्र हैं और सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही है।
नीलम ने आगे कहा कि हम बेरोजगार हैं। हमारे माता-पिता बहुत मेहनत करते हैं। किसान व व्यापारी मेहनत करते हैं, मगर किसी की बात नहीं सुनी जाती। आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है। इसके बाद नीलम ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया। ये तानाशाही नहीं चलेगी. तानाशाही बंद करो. भारत माता की जय।