नैनो यूरिया, नैनो डीएपी के उपयोग के लिए किसानों को करे जागरूक : डीएम
लखीमपुर-खीरी। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने उर्वरक निरीक्षकों, अन्य सम्बद्ध विभागों के अफसरों, थोक उर्वरक विक्रेताओं, बफर स्टाकिस्ट, उर्वरक प्रदायकर्ता संस्था के प्रतिनिधियों, इण्डो-नेपाल सीमा स्थिति निजी उर्वरक विक्रेताओं की बैठक ली।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने कृषकों को गुणवत्तायुक्त उर्वरकों की उपलब्धता निर्धारित दर पर सुनिश्चित कराने और अन्य उत्पादों की टैगिंग पर अंकुश लगाए जाने पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में उपस्थिति उर्वरक विक्रेताओं, कम्पनी प्रतिनिधियों को डीएम ने कड़े निर्देश निर्गत किए कि किसी भी दशा में उर्वरकों की बिक्री बोरे पर अंकित खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर कदापि न की जाये तथा कृषकों को उर्वरकों के साथ किसी अन्य उत्पाद का जबरन टैग न किया जाये। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने निर्देश दिए कि “पीएम प्रणाम योजना” जो भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग में कमी करने तथा नैनो यूरिया, नैनो डीएपी के प्रचलन को बढावा देने के लिए कृषकों को जागरूक करते हुये रासायनिक उर्वरकों की खपत में कमी करते हुये नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के प्रयोग को बल दिया जाये।
गोला रैक प्वाइंट पर उर्वरकों की आपूर्ति के लिये संस्थाएँ करें विशेष प्रयास : डीएम
डीएम ने उपस्थित उर्वरक प्रदायकर्ता संस्थाओं को यह निर्देश प्रदान किये कि जनपद में गोला गोकरननाथ में रैक प्वांइट स्थापित है एवं प्रदायकर्ता संस्थाएँ गोला गोकरननाथ रैक प्वाइंट पर उर्वरकों की आपूर्ति के लिये विशेष प्रयास करें। इण्डो-नेपाल सीमा पर स्थित निजी फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को सचेत करते हुये निर्देशित किया कि किसी भी दशा में उर्वरकों की तस्करी/कालाबाजारी में संलिप्तता पाये जाने पर उनके विरूद्व अन्तर्गत प्रभावी उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 की धारा 3/7 कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। निर्देश दिए कि सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए।सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने बैठक में उपस्थित उर्वरक प्रदायकर्ता संस्थाओं कम्पनी बाइलाजनुसार औपचारिकताएँ पूर्ण करते हुये जनपद में गठित एफपीओ को अधिकार पत्र निर्गत करने के निर्देश निर्गत किए। जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी ने उर्वरकवार उपलब्धता बताई। बैठक में डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्र, जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी, पीपीओ सतेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त एवं निबंधन रजनीश प्रताप सिंह सहित थोक उर्वरक विक्रेता, बफर स्टाकिस्ट, उर्वरक प्रदायकर्ता संस्था के प्रतिनिधि, इण्डो-नेपाल सीमा स्थित निजी उर्वरक विक्रेता मौजूद रहे।