गोरखपुर मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री ने किया संवाद
आमजन का विश्वास जितने के साथ विश्वास की डोर को और मजबूत करें : सीएम योगी
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद, विधायक समेत सभी जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया है कि वे विकास और जन कल्याण के कार्यों की सतत निगरानी करें। सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में पात्रों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने को तत्पर रहें, विकास कार्यों के नए प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं। सुरक्षित माहौल में विकास और जनकल्याण सरकार की प्रतिबद्धता है।
मुख्यमंत्री योगी रविवार को एनेक्सी भवन में गोरखपुर मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे। अनौपचारिक अंदाज में हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी और लोकसभा चुनाव में पूरे मनोयोग से परिश्रम करने वाले विधायकगण को साधुवाद दिया। उन्होंने संवाद के लिए आहुत इस बैठक में उपस्थित सभी विधायकों से उनके क्षेत्र में जारी विकास कार्यों,जनकल्याण के कार्यक्रमों की उपलब्धियों की जानकारी ली।
कहा कि विकास सतत चलने वाली प्रक्रिया है। क्षेत्र में विकास की जितनी भी गुंजाइश है, सभी जनप्रतिनिधि उस पर प्रस्ताव तैयार कराएं। साथ ही ऐसे पात्र लोगों को केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं से जोड़ें जिन्हें किन्हीं कारणवश किसी योजना का लाभ न मिल पाया हो।
सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है। हर जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि वह जनता की समस्याएं और उनकी अपेक्षाएं सुनें तथा उसके अनुरूप विकास और जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाए। आमजन की संतुष्टि ही किसी जनप्रतिनिधि के काम का मानक है, इसलिए आम आदमी का विश्वास जीतें और इस विश्वास की डोर को और मजबूत करते रहें।
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने हालिया संपन्न लोकसभा चुनाव में पार्टी के विधानसभावार प्रदर्शन पर भी चर्चा की और सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अभी से आगामी लक्ष्य के संधान में जुट जाएं।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही,राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, सांसद रवि किशन, विजय दूबे, शशांक मणि, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, महेन्द्रपाल सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, जयप्रकाश निषाद, शलभ मणि त्रिपाठी, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, प्रेम सागर पटेल, ऋषि त्रिपाठी समेत कई विधायक, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, रतनपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।