बाल श्रम रोकना हमारी नैतिक एवं सामाजिक जिम्मेदारी है: सहायक श्रम आयुक्त

अलीगढ़। अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बुधवार को श्रम विभाग, जिला प्रोबेशन कार्यालय, उड़ान सोसाइटी व अन्य सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में मैरिस रोड स्थित उप श्रम आयुक्त कार्यालय में जागरूकता कार्यक्रम एवं विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सहायक श्रम आयुक्त शेर सिंह ने बाल श्रम निषेध दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दिवस का उद्देश्य लोगों का ध्यान इस गम्भीर मुद्दे की तरफ खींचना है एवं जागरूकता लाना हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को बच्चों की शिक्षा एवं कल्याण के लिए मिलकर कार्य करना है। बाल श्रम रोकना हमारी नैतिक एवं सामाजिक जिम्मेदारी है। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं जिन्हें बाल श्रम जैसी सामाजिक बुराई से अवमुक्त कराना है।

श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुभाष चन्द ने बताया कि इस माह राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली के आदेशों के क्रम में बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करने के लिए जून माह में जनपद स्तर पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में गत वित्तीय वर्ष में 90 बाल एवं किशोर श्रमिकों का चिन्हांकन किया गया जबकि इस वित्तीय वर्ष में अब तक 25 बाल एवं किशोर श्रमिकों का चिन्हांकन किया गया है।

अध्यक्ष उडान सोसाइटी ज्ञानेन्द्र मिश्रा द्वारा बताया कि अन्तराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा वर्ष 2002 में सर्वप्रथम इस दिवस को मनाना प्रारम्भ किया था। इस वर्ष की थीम ‘आइए अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम करेंरू बाल श्रम को समाप्त करें’ तय की गई है, जिसका उद्देश्य बाल श्रम के मुद्दों को उजागर कर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को खदानों, कारखानों एवं अन्य व्यवसाय में काम करने से प्रतिबन्धित करना है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुश्री सुमन यादव, सुश्री असना मुस्तकीम, समाज सेविका सईदा खातून, प्रधान सहायक कपूर चन्द, शिखा रंजन सक्सैना, गौरव कुमार, वरिष्ठ सहायक रवेन्द्र चौधरी, प्रदीप कुमार सक्सैना, कनिष्ठ सहायक विवेक कुमार, कम्प्यूटर आपेरटर रवि कुमार, जय भगवान, शिव दत्त, अनुदेशक शाहिस्ता, उमेश कुमार व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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