- लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तार घाट होते हुए निर्मली कुंड तक 10.2 किमी में 470 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अयोध्या का नाम होगा दर्ज
- सीएम योगी के विजन अनुसार बनी विस्तृत कार्ययोजना को यूपीनेडा कर रहा क्रियान्वित, करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा काम हुआ पूरा, अब मात्र 160 लाइटें लगाना बाकी
- लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तारघाट के बीच 8.3 किमी क्षेत्र में कार्य पूर्ण, अब गुप्तार घाट से निर्मली कुंड तक 1.85 किमी क्षेत्र में लाइटें लगाते ही पुराना रिकॉर्ड होगा ध्वस्त
- यूपीनेडा 22 जनवरी के पहले ही इस लक्ष्य को कर लेगी हासिल, गुप्तारघाट से निर्मली कुंड के बीच सोलर लाइट्स इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया निरंतर जारी
शरद कुमार सिन्हा
अयोध्या। सूर्यवंश की गौरवशाली राजधानी अब सूर्य की ही आभा से नव्य-भव्य स्वरूप को प्राप्त करने के साथ ही वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। अयोध्या को सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार जिस सोलर सिटी के मॉडल के तौर पर प्रोजेक्ट किया जा रहा है, उसका जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी उल्लेख होने वाला है। सीएम योगी के दिशा-निर्देशन में बनी विशिष्ट कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) जल्द ही ‘दुनिया की सबसे बड़ी सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लाइन’ परियोजना को पूर्ण करके वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में तेजी से प्रयास कर रहा है। इस परियोजना के तहत 10.15 किमी के स्ट्रेच में 470 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लगाकर यूपीनेडा अयोध्या की गौरवगाथा में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। फिलहाल, करीब 70 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है और 22 जनवरी से पहले ही निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करके वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर लिया जाएगा।
जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में फिर से अयोध्या का नाम होगा दर्ज
अयोध्या का नाम यूं तो दीपोत्सव को लेकर पहले ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है, मगर अब अयोध्या में सौर ऊर्जा के जरिए भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी योगी सरकार द्वारा पूर्ण कर ली गई है। इस संबंध में यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी (अयोध्या) प्रवीण नाथ पाण्डेय ने बताया कि 22 जनवरी के पहले ही अयोध्या में लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तार घाट होते हुए निर्मली कुंड तक 10.2 किमी के स्ट्रेच में 470 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष 30 प्रतिशत कार्य भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। परियोजना के अंतर्गत लक्ष्मण घाट से गुप्तार घाट तक 310 सोलर लाइट्स को इम्पैनल्ड करके रोलआउट कर दिया गया है। जबकि गुप्तारघाट से लेकर निर्मली कुंड तक 1.85 किमी के स्ट्रेच में 160 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइटों को लगाने का कार्य जारी है। यह सभी सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइटें एलईडी बेस्ड हैं जो कि 4.4 वॉट पावर पर कार्य करती हैं तथा स्मार्ट टेक्नोलॉजी युक्त हैं। इनके इंस्टॉलेशन के जरिए लक्ष्मण घाट से लेकर निर्मली कुंड तक 10.2 किमी का स्ट्रेच दूधिया रोशनी से जगमगा उठेगा।
सऊदी अरब के मलहम का टूटेगा रिकॉर्ड
योगी सरकार द्वारा सौर ऊर्जा चालित परियोजना के जरिए जिस विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की प्रक्रिया के तहत कार्य जारी है वह फिलहाल सऊरी अरब के मलहम के नाम दर्ज है। यहां वर्ष 2021 में ‘लॉन्गेस्ट लाइन ऑफ द सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स’ के तौर पर गिनीज बुक में रिकॉर्ड कायम किया गया था। मलहम में 9.7 किमी स्ट्रेच में 468 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर वैश्विक कीर्तिमान स्थापित किया गया था, जबकि अब योगी सरकार के विजन अनुसार अयोध्या में 10.2 किमी स्ट्रेच में 470 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया जाएगा।
दीपोत्सव के बाद अब नया रिकॉर्ड बनाने पर हो रहा काम
वर्ष 2023 में दीपावली के वक्त सरयू घाटों पर दीपोत्सव में अवध विश्वविद्यालय के 25000 वॉलेंटियरों ने मिलकर 22.23 लाख दीपक जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनाई थी। ऐसे में, 22 जनवरी को जब प्रभु रामलला का श्रीविग्रह भव्य रामजन्मभूमि मंदिर में सुशोभित होगा, ऐसे में एक बार फिर सूर्यवंश की गौरवगाथा को नया प्रतिमान देते हुए सोलर पावर्ड स्ट्रीट्स लाइट्स की सबसे लंबी श्रृंखला को अयोध्या में संचालित करके इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अंकित किया जाएगा। इस विषय में स्थानीय प्रशासन व यूपीनेडा के अधिकारियों व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों के बीच भी संवाद की प्रक्रिया निरंतर जारी है।