दिव्यांगजनों की स्थिति का ध्यान रखकर समाज अपना रोल निभाए :सूर्यपाल गंगवार

  • दिव्यांगजनों के हुनर और कला को सम्मान देने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा आयोजित चार दिवसीय प्रदर्शनी और कार्यशाला (दिव्य अनुभूति मेला) का सोमवार को समापन
  • मेले के समापन दिवस पर विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों/संस्थाओं के सहयोग से दिव्यांग छात्र/छात्राओं के मध्य मेहंदी प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस एवं बेबी शो का हुआ आयोजन
  • दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को विभाग द्वारा संचालित उपकरण योजना अंतर्गत 90 स्मार्ट केन/ब्रेल किट प्रदान किया गया

लखनऊ- प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप के निर्देश पर दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा राज्य निधि योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को एक ही स्थल पर एकत्रित कर उनके हुनर, कला को सम्मान देना तथा समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए चार दिवसीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला (दिव्य अनुभूति मेला) अवध शिल्पग्राम अमर शहीद पथ लखनऊ में आयोजित किया गया।

दिव्य अनुभूति मेला का समापन सोमवार को जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार के कर-कमलों द्वारा किया गया। मोनिका लाल उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग लखनऊ मण्डल, लखनऊ द्वारा जिलाधिकारी को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत व सम्मानित किया गया।रजनीश किरन जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी द्वारा कार्यक्रम में आमंत्रित (दिव्यांगजन) मेजर एके सिंह सेवानिवृत्त चीफ आफ कमांडर भारतीय सेना (दक्षिणी कमान) को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया।जिलाधिकारी ने मेला में स्वैच्छिक संस्थाओं/विद्यालयों/दिव्यांगजनों द्वारा लगाये गये विभिन्न प्रकार के स्टाॅलों/प्रदर्शनी जैसे एआई तकनीति से जुड़े दिव्यांगों के उपकरणों की जानकारी के लिए लगाये गये स्टाॅल, पुस्तकों और शिक्षा की ओर दिव्यांगों का रूझान बढ़ाने के लिए पुस्तक प्रदर्शनी, दिव्यांगजनों की रोजगार समस्या को समझते हुए अमेजन, फिलिपकार्ट, गति, सीएम हेल्प लाइन इत्यादि के साथ रोजगार मेला, दिव्यांगजनों की यूडीआईडी, आधार कार्ड तथा दिव्यांग प्रमाण-पत्रों की समस्या दूर करने के लिए स्टाॅल, विभागीय विद्यालयों की ओर दिव्यांगों की पहुंच सरल बनाने तथा सरल टीएलएम द्वारा शिक्षण पद्धति समझाने के लिए स्टाॅल, भारत सरकार की राष्ट्रीय स्तर की संस्थाएं जैसे एनएचएफडीसी, अली यायावर जंग संस्थान इत्यादि स्टाॅल का अवलोकन किया एवं संस्थाओं/दिव्यांगजनों के कार्यों की सराहना की। जिलाधिकारी ने पंडित विजय उपरैती (दृष्टिबाधित दिव्यांग) डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के बीए फाइनल वर्ष के छात्र द्वारा प्रस्तुत गीत की सराहना की तथा स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर काॅलेज, मोहान रोड लखनऊ के दृष्टिबाधित छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं नृत्य प्रस्तुतीकरण किया गया जिसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस गायन से दिव्य अनुभूति हो रही है, कि हमकों दिन प्रतिदिन अपने जीवन में उतारना है कि हमें क्या भाव लेकर चलना है

सामाजिक स्तर पर दिव्यांगजनों के जीवन को हीन भावना का एहसास न हो कि इनके अंदर कमी हो। समाज को दिव्यांगजनों की स्थिति का ध्यान रखकर अपना रोल निभाए यह बहुत अच्छा रहेगा। चार दिवसीय आयोजित दिव्य अनुभूति मेला का संदेश दूर तक जाएगा जिस प्रकार से दिव्यांगजनों द्वारा अपनी लगन, जज्बा और सामथ्र्य द्वारा स्टाॅल/प्रदर्शनी लगाया गया है, इससे हमे समाज को अनुभूति करानी है कि दिज्यांगजनों द्वारा सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन यापन किया जा सकता है। संघर्ष सभी करते हैं अपने जीवन में लेकिन दिव्यांगजनों का संघष अत्यन्त प्रशंसनीय है।जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी दिव्यांगजनों/छात्र/छात्राओं को सशक्त, स्वावलम्बी एवं जीवन के संघर्षों का दृढ़ता से सामना करने के लिए कविता (संघर्ष की चर्चाओं का इकनाम बनकर देखना, अजन्बी से शहर की पहचान बनकर देखना, आपकी हर बात की होगी कदर चारों तरफ, हो सके तो बस जरा इंसान बनकर देखना) के माध्यम से दिव्यांगजनों को प्रेरित किया एवं दिव्यांगजनों का उत्साहर्द्धन किया।कार्यक्रम के अवसर पर स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर कालेज मोहान रोड, लखनऊ की बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत गाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में स्वैच्छिक संस्था-चेतना संस्थान लखनऊ की बालिकाओं ने भी सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की गयी। दिव्य अनुभूति मेला के समापन दिवस पर विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों/संस्थाओं, राजकीय संकेत विद्यालय, लखनऊ, प्रयास विद्यालय, समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय एवं बचपन डे केयर सेंटर, लखनऊ व स्वैच्छिक संस्थाओं-चेतना संस्थान लखनऊ, सक्षम स्कूल लखनऊ, पायसम लखनऊ एवं एनएबी बुद्धेश्वर लखनऊ के सहयोग से दिव्यांग छात्र/छात्राओं के मध्य मेंहदी प्रतियोगिता, स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर कालेज, लखनऊ, राजकीय संकेत विद्यालय, लखनऊ एवं बचपन डे केयर सेंटर, सेंट फ्रांसिस स्कूल, लखनऊ, चेतना संस्थान, लखनऊ एवं स्पार्क इण्डिया लखनऊ के मध्य फैंसी ड्रेस एवं बेबी शो एवं आयोजित की गयी।दिव्य अनुभूति मेला में आयोजित समस्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं एवं स्टाल लगाने वाली संस्थाओं/दिव्यांगजनों एवं दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत् प्रधानाचार्यों एवं अन्य सम्मानितजनों को जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति-पत्र, स्मृति चिन्ह एवं दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को विभाग द्वारा संचालित उपकरण योजना अंतर्गत 90 स्मार्ट केन/ब्रेल किट प्रदान करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

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