सीतापुर। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं कार्यक्रम योजनान्तर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गापुर सीतापुर में नवजात कन्याओं का केक काट कर कन्या जन्मोत्सवमनाया गया।
निदेशक, महिला कल्याण विभाग, उ0प्र0 लखनऊ के निर्देशानुसार जिलाधिकारी सीतापुर के मार्गदर्शन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गापुरवा सीतापुर में नवजात कन्याओं का कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री सदर विधायक राकेश राठौर (गुरु) जिला प्रोबेशन अधिकारी सीतापुर प्रिया पटेल, डॉक्टर बिलाल अख्तर एवं सेंटर मैनेजर वन स्टॉप सेंटर दीपिका नाग व जिला अस्पताल परामर्शदाता कुलदीप शुक्ला व जिला प्रोबेशन कार्यालय से सामाजिक कार्यकर्ता अंजुम परवीन ने नवजात कन्याओं का जन्मोत्सव केक काटकर मनाया। राज्य मंत्री राकेश राठौर (गुरु) व जिला प्रोबेशन अधिकारी तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर बिलाल अख्तर द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित कन्याओं के प्रति सकारात्मक सोच रखने हेतु सम्मानित करने के साथ-साथ यह बताया गया कि महिलाओं व पुरूषों को बेटा-बेटी में किसी प्रकार का भेद-भाव नही करना चाहिये, बालिकाओं को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया जाना चाहिये। बालिकाओं को शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद, व्यवसाय, राजनीति, पत्रकारिता, साहित्य आदि क्षेत्रो में भी आगे बढाने का प्रयास करना चाहिये, जिससे उनका चर्तुमुखी विकास हो सके।
लिंग परीक्षण को अपराध बताते हुये कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक किया साथ ही महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं जैसे उ0प्र0 मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि पर चर्चा कर इनकी विस्तृत जानकारी दी गई। सेंटर मैनेजर दीपिका नाग द्वारा आपातकालीन सेवायें जैसे-181,1090,112,1098,1076 आदि के बारे में जानकारी दी गयी एवं बेटी के जन्म होने की बधाई दी गई तथा वृक्ष को बेटी के नाम पर लगाए जाने का अनुरोध किया गया। आयोजित कार्यक्रम में दीपिका नाग द्वारा आम जन मानस को महिलाओं व बालिकाओ के संग हिंसा पर जागरूक करते हुए यह संदेश दिया कि समाज के हर व्यक्ति को ख़ुद के विचारों में परिवर्तन लाने के साथ आत्ममंथन करने की आवश्यकता है पुरस्कार व दंड व्यवस्था जैसे सभी के लिए समान है उसी प्रकार नैतिकता भी सभी व्यक्ति के लिए समान होनी चाहिए महिला हिंसा पर रोकथाम हेतु आवश्यक है कि सभी व्यक्तियों को सामुहिक जिम्मेदारी लेकर महिला व बालिका हिंसा पर रोकथाम पर जागरूकता लाने की आवश्यकता है। प्रिया पटेल ने कहा आज बच्चो को सुरक्षित रखने हेतु सामाजिक सपोर्ट की जरूरत है अतः संयुक्त परिवार का प्रचलन लाना आवश्यक है जिससे बच्चों को देख-रेख के साथ परिवार का प्रेम व सहयोग मिलता है बच्चा कोई भी समस्या परिवार में साझा करेगा और समस्या से सुरक्षित रहेगा ऐसा करने से कानून व मेडिकल की आवश्यकता ही नहीं होगी । सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप शुक्ला व सामाजिक कार्यकर्ता अंजुम परवीन तथा पीएसी की समस्त एoएनoएमo द्वारा गांव के घरो में दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा आदि पर जागरूक किया जाता है। अंजुम परवीन ने महिलाओं व बालिकाओ के प्रति अति संवेदनशील है अतः नि: संकोच कोई भी महिला व बालिका अपनी शिकायत दर्ज करा कर समस्या पूर्व या बाद में पुलिस सहयोग प्राप्त कर सकते हैं कार्यक्रम के दौरान वन स्टाप सेंटर व प्रोबेशन कार्यालय के कार्मिक उपस्थित रहे। कन्याओं के माता-पिता व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।