अयोध्या। भव्य दिव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के एक माह बाद ही रामलला अरबपति बन गए। राम मंदिर में एक माह में 100 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा चढ़ाया जा चुका है। अगर इसी तरह चढ़ावा चढ़ता रहा तो दान के मामले में रामलला देश के सभी मंदिरों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।
राम मंदिर में एक माह में आए लगभग एक अरब रुपये के दान में नकदी सहित स्वर्ण व रजत आभूषण भी शामिल हैं। एक माह के चढ़ावा पर अगर नजर डाली जाए तो राम मंदिर देश का सबसे धनवान मंदिर बन चुका है। देश के किसी भी मंदिर में एक माह में इतना दान नहीं आया है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए नित्य दो लाख से अधिक श्रद्धालु रामनगरी आ रहे हैं। रामलला के समक्ष अपनी आस्था निवेदित करने के साथ श्रद्धालु सामर्थ्य अनुसार दान भी कर रहे हैं।
देश का सबसे समृद्ध आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर माना जाता है। वैष्णव संप्रदाय के इस मंदिर में हर वर्ष भक्त लगभग 650 करोड़ रुपये का दान करते हैं। यानी एक माह में लगभग 54 करोड़ रुपये का चढ़ावा आता है।
इसी प्रकार शिरडी में स्थित साईं बाबा मंदिर में हर वर्ष 630 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ता है। जम्मू के मां वैष्णो देवी मंदिर में वर्ष भर में 500 करोड़ रुपये व केरल के त्रिवेंद्रम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर में लगभग 500 करोड़ रुपये का दान एक वर्ष में आता है।
इन समृद्ध मंदिरों में आए दान की अपेक्षा राम मंदिर में एक माह में आया दान लगभग दोगुना है। आस्था के ज्वार के साथ ही अगर दान का समर्पण ऐसे ही बना रहा तो दान के मामले में राम मंदिर देश का सबसे समृद्ध मंदिर बन जाएगा।
पिछले सप्ताह झारखंड की एक कंपनी ने 10 करोड़ रुपये दान राम मंदिर को दिया है। संत मोरारी बापू ने 11 करोड़ रुपये का दान रामलला को समर्पित किया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र बताते हैं कि भगवान राम के प्रति आस्था को देखते हुए यह स्वाभाविक उत्साह है।