कोर्ट में करने जा रहे थे आत्मसमर्पण, दुबग्गा से पुलिस ने किया गिरफ्तार
निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ।
जमीनी विवाद के चलते हिस्ट्रीशीटर सिराज उर्फ लल्लन और उसके बेटे फराज ने मां बेटे सहित तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या कर दोनों आरोपी फरार हो गए थे। रविवार को सवेरे पुलिस ने लखनऊ दुबग्गा से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।
मलिहाबाद थाना क्षेत्र के मोहम्मद नगर, रहमतनगर में बीते शुक्रवार को जमीन की पैमाइश व कब्जे दारी को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था। इसी बीच आरोपी सिराज खान उर्फ लल्लन और उसका बेटा फ़राज़ अपनी थार गाड़ी से फरीद के घर में घुसकर मुनीर व फरीद की पत्नी फरहीन तथा बेटे हंजला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या का पूरा वीडियो सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। घटना के बाद जनपद के सभी आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए थे। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई थी। रविवार को मुख्य आरोपी सिराज उर्फ लल्लन और उसके बेटे फराज को पुलिस ने दुबग्गा से गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर बताया की जमीन के सीमांकन व पैमाइश को लेकर विवाद था जिसमें लेखपाल द्वारा पैमाइश के लिए नोटिस देकर बुलाया था जिसमें पक्षकार सलमान, सिराज उर्फ लल्लन तथा फरीद खान एवं फरीद खान के चचेरे भाई मुनीर खान वहां पर पहुंचे थे लेकिन पैमाइश के दौरान वाद विवाद होने के कारण पैमाइश नहीं हो पाई और सभी लोग वापस चले आए।
थोड़ी देर बाद फरीद खान अपने घर पहुंचे तभी वहां सिराज अहमद उर्फ लल्लन अपने पुत्र फराज के साथ थार गाड़ी से सहयोगी ड्राइवर अशर्फीलाल वा फुरकान मोटरसाइकिल से पहुंचे थे। वहां पर दोनों पक्षों में कहा सुनी हुई जिसके बाद सिराज खान उर्फ लल्लन ने अपनी थार गाड़ी में रखी लाइसेंसी राइफल से फायर करके फरीद खान के पुत्र हंजला खान के सिर में गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। बीच बचाव करने आए फरीद खान के चचेरे भाई मुनीर उर्फ ताज को भी उसने सिर में गोली मार दी थी। तभी इसी बीच सिराज अहमद खान उर्फ लल्लन के पुत्र फराज ने अपने पिता के हाथ से राइफल लेकर फरीद की पत्नी फरहीन को भी गोली मार दी थी। फरहीन एवं मुनीर को घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद लाया गया था लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया था तथा फरीद खान की तहरीर पर हत्या का मुकदमा सिराज खान उर्फ लल्लन खान व उसके पुत्र फ़राज़, अशर्फीलाल, फुरकान पर मुकदमा दर्ज किया था। डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने बताया कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रहीमाबाद, मलिहाबाद, काकोरी, दुबग्गा, माल, तथा सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच की पांच टीमों का गठन किया गया था।
घटना के बाद जिस थार गाड़ी से आरोपी भागे थे उसे माल थाना क्षेत्र से बरामद कर लिया गया था लेकिन आरोपी नहीं मिले थे। थार गाड़ी व घटना में उपयोग की गई राइफल बरामद करने के बाद पुलिस ने चालक अशर्फीलाल को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं जानकारी होने पर पुलिस को पता चला कि सिराज के पास पोलैंड का पासपोर्ट है जिसका संज्ञान लेकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जहां से पोलैंड के लिए फ्लाइट जाती है एयरपोर्ट अथॉरिटी को आरोपी का फोटो भेज कर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया ताकि आरोपी देश के बाहर ना जा सके। वहीं उन्होंने बताया कि शर्विलांश के माध्यम से जानकारी मिली कि आरोपी लखनऊ और मुरादाबाद के कुछ अपने दोस्त एवं परिचित के संपर्क में हैं तथा उन्हें यह भी जानकारी मिली कि वह उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने की भी फिराक में है। हर जगह पुलिस ने घेराबंदी की तथा हर जगह पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर आरोपियों के बारे में जानकारी दी। वहीं जानकारी मिली कि आरोपी सिराज वा फराज मुरादाबाद भाग गए हैं।
इसके बाद पुलिस ने मुरादाबाद पहुंचकर दोनों आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पहुंची लेकिन न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के लिए दोनों आरोपी लखनऊ आ रहे थे तभी रविवार सुबह लखनऊ दुबग्गा से पुलिस ने सिराज व उसके बेटे फराज को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि सिराज के कब्जे से डीबीबीएल लाइसेंसी गन तथा दो शस्त्र लाईसेंस एवं फराज के कब्जे से पासपोर्ट बरामद हुआ है। वहीं पुलिस ने बताया कि आरोपी सिराज अहमद उर्फ लल्लन के विरुद्ध थाना चौक, काकोरी, वजीरगंज, जनपद हरदोई के बेहटा गोकुल व मलिहाबाद के थानों में कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं जानकारी दी कि आरोपी सिराज अहमद के नाम से दो शस्त्र लाइसेंस जारी हुए थे जिसमें एक डीबीबीएल गन हसनगंज लखनऊ से 1980 में व एक एनपी बोर राइफल थाना मलिहाबाद से 1979 में हुई थी। डीसीपी ने बताया कि इसके आपराधिकृतों के दृष्टिगत 1990 में थाना प्रभारी मलिहाबाद की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी लखनऊ द्वारा शस्त्र लाइसेंस को 1992 में निलंबित किया गया था। इसके विरोध में आरोपी द्वारा उच्च न्यायालय में रिट दायर कर 1994 में उच्च न्यायालय ने जिला अधिकारी के आदेश को स्थगित करते हुए पुनः शस्त्र लाइसेंस को बहाल करा लिया था। पुलिस ने आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।
गब्बर के घर पर चले बुलडोजर
मृतिका फरहीन के पति फरीद खान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह मांग की है कि उसका सिराज खान से कोई विवाद ही नहीं था फिर भी उसने उसके मासूम बेटे और पत्नी सहित चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने मांग करते हुए कहा की जिस तरह से मुख्यमंत्री जी सबको न्याय देते हैं उसकी भी गुजारिश है की उसे भी न्याय दें। फरीद के मुताबिक आरोपी सिराज खान उर्फ लल्लन का मकान अवैध तरीके से बना हुआ है जिस पर बुलडोजर चलना चाहिए। वही मृतका के पति ने बताया कि आरोपी सिराज खान ने लोगों को डरा धमका कर जमीन हथियाई हैं उसकी भी जांच कर कर कार्यवाही करें। पीड़ित मुख्यमंत्री से न्याय पाने के लिए मिलना चाहता है। वहीं उन्होंने पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं की पुलिस पर उसे भरोसा नहीं है उसे सक है कि कहीं उसकी भी हत्या न कर दी जाए।