सूरतगंज बाराबंकी। बेल चौराहा स्थित हनुमान मन्दिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास सुधाकर मिश्रा ने मंगलवार को भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला का प्रसंग सुनाया।
उन्होंने कहा कि देवराज इंद्र ने घनघोर जलवर्षा आरंभ कर दी। बृज में चीखपुकार मच गई तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया। और संपूर्ण ब्रजवासियों के प्राणों की रक्षा की। भगवान ने बृजवासियों को अपनी लीला से निहाल कर दिया। आगे की कथा सुनाते हुए व्यास ने कन्हैया की आनंदमयी लीलाओं का बड़ा ही भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि कृष्ण की मनमोहक अदाओं पर गोपियां मोहित थीं। कान्हा की मुरली का जादू ऐसा था कि गोपियां सुधबुध को बैठती थीं। व्यास ने पूतना वध, तृणावर्त वध, बकासुर वध, राजा कंस द्वारा भेजे गए दुष्टों के उद्धार का बड़ा ही अलौकिक वर्णन किया। कथा सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए। इस मौके पर राजेशकांत रस्तोगी, राकेशकांत रस्तोगी, रामकृष्ण रस्तोगी पवन मिश्रा, लवकुश शास्त्री, महंत ब्रम्हचारी बाबा फूलगिरी आदि उपस्थित रहे।