गोपेश्वर। श्री बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बुधवार को धूमधाम से मनायी जा रही है।बुधवार को जन्माष्टमी व्रत के पश्चात मध्य रात्रि को भगवान कृष्ण का जन्म होगा। जन्मोत्सव की तैयारियों के बाद श्री बदरीनाथ मंदिर रात्रि दो बजे बंद होगा। इस कारण प्रातः काल को मंदिर साढे चार बजे के बजाय प्रातः छह बजे खुलेगा एवं सवा छह बजे से अभिषेक पूजा शुरू हो जायेगी।
गुरुवार को सात सितम्बर को जन्मोत्सव मनाया जायेगा, जिसमें मंदिर समिति और तीर्थपुरोहितगण भागीदारी करेंगे। श्री केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त सचिव और बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। जन्माष्टमी के लिए मंदिर समिति ने व्यापक तैयारियां की गयी हैं। श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह और परिसर को सजाया गया है।
जन्माष्टमी को देखते हुए मंगलवार से ही हजारों तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गये हैं। कि श्री बदरीनाथ धाम की तरह श्री केदारनाथ धाम सहित श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ और मंदिर समिति के सभी अधीनस्थ मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व बुधवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्री नृसिंह मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी पूजा- अर्चना संपन्न कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चैहान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट एवं दीपक नौटियाल, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, प्रबंधक भूपेंद्र राणा,पुजारी सुशील डिमरी, विजया ध्यानी, आशीष नंबूदरी, संतोष पंत, अंजना भट्ट आदि मौजूद रहे।