शिवराज सिंह चौहान ने कहा-मामा का पद सबसे बड़ा

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुए विधासनभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के 6 दिन बाद भी सीएम पद के चेहरे को लेकर बीजेपी में मंथन जारी है. बीजेपी आलाकमान ने तीनों राज्यों के लिए ऑब्जर्वर भेज दिया है.

तीनों राज्यों में सीएम कौन बनेगा इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है और पुराने नेता बेचैन हैं. इस बीच मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनाव लगातार लोगों से मिल रहे हैं और कह रहे हैं कि वो सिर्फ बीजेपी के एक कार्यकर्ता हैं. इस दौरान वो कई बार भावुक करने वाले बयान भी दे चुके हैं.

मामा से बड़ा कोई पद नहीं: शिवराज
ऐसे ही एक कार्यक्रम के दौरान अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी जी को 29 सीट जीतकर देनी है, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, लाडली बहना के बाद लखपति बहना का सफर शुरू होगा, प्रतिमाह 10 हजार रुपये तक देंगे, लाड़ली बहनों की जिंदगी बदलना भाई का मिशन है

उन्होंने कहा, ‘एक-एक वचन एक एक वादा पूरा करेंगे, प्रत्येक परिवार के रोजगार की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है, लाडली बहनों की जिंदगी में अंधेरा नहीं रहने देंगे, लोग कह रहे थे कांटे का मुकाबला है लेकिन सभी कांटे बहनों ने निकाल दिए, मामा का पद दुनिया में सबसे बड़ा पद है इससे बड़ा पद कोई भी नहीं है. शिवराज ने कहा कि “मिशन 29” की शुरुआत राघोगढ़ से की जा रही है. हम संकल्प लेते हैं कि राघोगढ़ से हजारों वोटों से लोकसभा में जीत दिलाएंगे

ओबीसी नेता बन सकते हैं सीएम
दरअसल सुगबुगाहट है कि मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल पुराने चेहरों की विदाई हो सकती है. तीन में से एक राज्य में महिला मुख्यमंत्री का नाम हो सकता है. एक आदिवासी या ओबीसी मुख्यमंत्री का नाम भी घोषित हो सकता है

मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां सोमवार को सस्पेंस खत्म हो जाएगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा पर्यवेक्षकों के तौर पर शनिवार या रविवार को भोपाल पहुंच सकते हैं

कौन बनेगा सीएम
इनके सामने सीएम के चेहरे के तौर पर शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, वी.डी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम बताया जा रहा है. माना जा रहा है कि अगर शिवराज सिंह को सीएम नहीं बनाया जाता है तो किसी और ओबीसी चेहरे के सिर ताज सज सकता है. बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी को इस बार 163 सीटों पर जीत मिली है जबकि कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर ही कब्जा जमा पाई

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