शिव पुराण श्रवण मात्र मिलती है मोक्ष और मुक्ति : मनीष

शिवराजपुर गाँव मे सात दिवसीय शिव कथा के उपरांत सम्पन्न हुआ भंडारा

हैदरगढ़ बाराबंकी। क्षेत्र के शिवराजपुर गांव में स्थित बड़े बाबा के स्थान पर हो रही सात दिवसीय शिव पुराण कथा का आज विधि विधान से समापन किया गया। कथा समापनोपरांत विशाल भण्डारे का भी आयोजन किया गया जिसमें आस-पास के दर्जनो ग्रामीणों ने बढ़-बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और श्रद्वापूर्वक बैठकर बाबा का प्रसाद ग्रहण किया। जनपद के जैदपुर के मौथरी गांव से पधारे कथा वाचक पंडित मनीष तिवारी (मयंक शास्त्री) ग्रामीणों को शिव कथा सुनाकर भाव विभोर कर दिया। सात दिवसीय कथा में व्यास श्री मनीष शात्री ने शिव महापुराण महत्म से लेकर शिव पार्वती विवाह, 12 ज्योर्तिलिंग कथा का व्याख्यात्मक रूप में श्रोताओं को समझाया। उन्होने सेतुबंधु रामेश्वरम्, काशी विश्वनाथ और अवधपुरी की संगीतमयी कथा सुनाई जिसे सुनकर शो्रता झूम उठे और अपना आपा खोते हुए पंडाल में नृत्य करने लगे। श्री मनीष ने कहा कि शिव महापुराण कथा के श्रवण मात्र से सभी का कल्याण होता है।

कलयुग में शिव महापुराण की कथा मोक्ष और मुक्ति प्रदान करने वाली है। जीते जी शिव महापुराण कथा मुक्ति प्रदान करती है किंतु मृत्यु के पश्चात मोक्ष प्रदान करती है। उन्होने यह भी कहा कि जहां कही शिव महापुराण की कथा हो रही होती है वहां भगवान शिव और पार्वती मुख्य यजमान बनकर कथा श्रवण करने जरूर आते है। कथा के अतिंम दिवस में व्यास जी ने ग्रामीणो को नशा मुक्त रहने का संदेश दिया। उन्होने कहा नशा, नाश की जड़ है, किसी को किसी प्रकार का नशा नही करना चाहिए, यदि नशा करना ही है तो शिव भक्ति करें। जो इंसान शिव भक्ति में लीन हो गया उसे संसार में मौजूद समस्त मोह माया बेकार लगने लगती है।

शिवराजपुर निवासी कोटेदार सुभाष तिवारी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े बाबा के स्थान पर ग्रामीणो के सहयोग से कथा का आयोजन किया गया है। इस कथा में गांव ही नही अपितु आस पास गांवो के ग्रमीणों का भी अमूल्य सहयोग होता है। यह कथा बीते 9 वर्षो से कराई जा रही है और कथा के अंत में विशााल भंडारे का आयोजन भी होता है, जिसमें हजारो की संख्या में लोग आते है और श्रद्वापूर्वक बैठकर प्रसाद ग्रहण करते है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कोटेदार पवन मिश्रा, सोनू सिंह, रमेश सिंह, गया बक्श सिंह, केतार, प्रेम तिवारी, कमल, अरविंद, राम बरन, दीपू, नीरज, भूपेन्द्र, राजकुमार पत्रकार विजय पाठक, संतोष सिंह (महंत), नृपेन्द्र तिवारी सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।

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