शहूर गजल सिंगर पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद निधन 

नई दिल्ली। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से बुरी खबर सामने आई है। मशहूर गजल सिंगर पंकद उधास का निधन हो गया है। उन्होंने 72 की उम्र में अंतिम सांस ली। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनकी मौत की खबर सोशल मीडिया पर शेयर की।

लंबी बीमारी के बाद कहा अलविदा

गजल गायक की मौत की खबर उनकी फैमिली के साथ ही फैंस के लिए भी किसी सदमे से कम नहीं है। हर किसी ने सोशल मीडिया पर नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पंकज उधास की बीमारी का कारण उनका लंबे समय से बीमार होना बताया जा रहा है। उनका निधन 26 फरवरी को कैंडी अस्पताल में हुआ। 

इन गजलों को दी आवाज

पंकज उधास ने गजल गाकर खूब नाम और शोहरत कमाया था। उनकी मशहूर गजलों में ‘चिट्ठी आई है‘ है। यह गजल 1986 में रिलीज हुई फिल्म ‘नाम’ से थी। इसके अलावा उन्होंने ‘चांदी जैसा रंग है तेरा‘, ‘ना कजरे की धार, न मोतियों की हार’, ‘घूंघट को मत खोल’, ‘थोड़ी थोड़ी पिया करो’, ‘चुपके चुपके सखियों से वो बातें करना भूल गई’, ‘और आहिस्ता कीजिए बातें’, ‘निकलो न बेनकाब’, ‘दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है’, ‘एक तरफ उसका घर’ जैसी कुछ अन्य बेहतरीन गजलें गाकर नाम कमाया था। ये सभी गजलें उनकी यादगार गजलों में से एक हैं।

इन अवॉर्ड्स से नवाजे गए पंकज

सिंगिंग में अपना लोहा मनवाने वाले पंकज उधास को उनके योगदान के लिए कई अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इनमें सबसे अहम पद्मश्री है, जो कि उन्हें 2006 में मिला था।

सेलिब्रिटीज ने जताया दुख

पंकज उधास के निधन पर सोनू निगम ,जैकी श्रॉफ, मनोज बाजपेयी, सहित कई सितारों ने दुख जताया है।

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