हमीरपुर : शनिवार को सारा दिन शब-ए-बारात की तैयारियां की गईं। रविवार की पूरी रात इबादत में गुजरेगी और जगह-जगह अल्लाह के जिक्र की आवाज गूंजेगी।
अमन शहीद मस्जिद के इमाम हाफिज तनवीर कुरैशी ने बताया कि 25 फरवरी को शब-ए-बरात है। शब-ए-बारात पर लोग अपने बुजुर्गों (जिनका इंतकाल हो चुका है) की मगफिरत (गुनाहों की माफी) के लिए दुआ करते हैं। शब-ए-बारात पर अल्लाह ताआला तमाम गुनाहगारों को जहन्नुम से निकालकर जन्नत में दाखिल कर देते हैं। अल्लाह ताआला शब-ए-बरात पर ही तमाम लोगों की किस्मत के फैसल करते हैं। उन्होंने बताया कि नबी करीम सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम (इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद) ने फरमाया कि शब-ए-बरात की इस पाक रात को अल्लाह ताआला जिंदगी के फैसले लिखते हैं। इस रात लोग अपने घरों व मस्जिदों में इबादत कर अल्लाह से दुआ मांगेंगें। साथ ही कब्रिस्तानों में जाकर पूर्वजों की कब्रों पर फातिहा पढ़कर उनकी बख्शिश की दुआ करेंगे। मुख्यालय के खालेपुरा स्थित नूरे शहीद बाबा स्थित कब्रिस्तान में सभासद जुनैद खान की देखरेख में सफाई करवाई गई। ताकि यहां आने वाल लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।