लखनऊ। योगी सरकार आज विधानमंडल के दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट पेश किया। विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया तो विधान परिषद में नेता सदन के रूप में यह दायित्व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य निभाया।
अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए किसानों को निजी नलकूपों से सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा पूरा करने के लिए सरकार अनुपूरक बजट में संसाधनों का इंतजाम किया है। सड़कों की मरम्मत व निर्माण तथा एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के लिए भी सरकार धनवर्षा करेगी।
अनुपूरक बजट का आकार लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का है। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में अनुपूरक बजट समेत 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
अखिलेश यादव ने फिर संभाला मोर्चा
सीएम योगी के हमलावर रुख के बाद अखिलेश यादव ने फिर मोर्चा संभाला। उन्होंने उठते हुए तंजात्मक लहजे में कहा कि नेता सदन को सुनते हुए मुझे ऐसा लग रहा था कि उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री ले रखी है। उन्होंने लखनऊ के पीजीआई में इलाज न मिलने पर पूर्व भाजपा सांसद भैरा प्रसाद मिश्रा के बेटे की मौत के मामले को उठाते हुए कहा कि वो इलाज के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल पाया। उन्होंने अपना आरोप फिर दोहराते हुए कहा कि सच्चाई ये है कि सरकारी संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है, जबकि प्राइवेट अस्पताल को आगे बढ़ाया जा रहा है।
सरकार के स्तर पर बेहतर प्रयास हुआ: योगी आदित्यनाथ
सपा प्रमुख द्वारा योगी सरकार पर अस्पताल संग व्यपार करने के आरोप का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार है, ये कहती नहीं बल्कि करके दिखाना भी जानती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में किसी का चेहरा देखकर काम नहीं किया जाता है, कई योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता हर समस्या का समाधान करने का है।
अखिलेश की टिप्पणी के बाद सीएम योगी ने दिया जवाब
अखिलेश यादव की टिप्पणी के बाद सीएम योगी ने मोर्चा संभाला और चुटीले अंदाज में कहा कि जैसे सवाल किया जा रहा है, वैसे ही जवाब दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बात सिर्फ डेंगू की हो रही है जबकि यहां बात वॉटर बॉर्न डिसिज की होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सिर्फ डेंगू नहीं बल्कि मलेरिया और काला जार जैसी बीमारियों का इलाज भी किया जा रहा है।
टिका टिप्पणी के बीच अखिलेश यादव ने संभाला मोर्चा
हंगामे के बीच अखिलेश यादव ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि यहां बात डेंगू जैसे गंभीर मामले को लेकर आ रही है लेकिन यहां बात व्यापार की हो रही है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार डेंगू के मामले का निदान करने में विफल रही है। सरकार ने सिर्फ गरीबों के साथ व्यापार करके उनका शोषण किया।
डिप्टी सीएम ने पूर्व की सपा सरकार पर निशाना साधा
डिप्टी सीएम ने कहा कि पूर्व की सपा सरकार में अस्पतालों से वसूली होती थी, जबकि हम संरक्षण का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की सपा सरकार लाठी डंडे और बंदूक के दम पर चलती थी लेकिन मौजूदा सरकार में कानून का राज स्थापित किया गया है। इस दौरान सपा विधायकों ने जमकर विरोध दर्ज कराया।
डेंगू के मामले पर विधानसभा में जबरदस्त बहस
उत्तर प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सपा की तरफ से सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए गए। जिसके जवाब में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि पोर्टल के माध्यम से सभी प्रदेशवासियों का ब्योरा उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही ब्लड सेप्रशन यूनिट के आंकड़े पेश करते हुए उन्होंने पूर्व की सपा सरकार को निशाने पर लिया। जिसका विपक्ष ने विरोध जताया।