11 प्रतिबंधित आम सूखे पेड़ कटाने में एसडीओ मिली जांच

डीएफओ ने रेंजर हरख विरुद्ध कार्रवाई दिए संकेत, क्योंकि रेंजर जिओ हवाला देंकर नहीं की कार्रवाई

कोठी। सिद्धौर चौकी क्षेत्र के लंबौवा वार्ड में रेंजर हरख व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से बगैर परमिट 11 प्रतिबंधित सूखा आम पेड़ ठेकेदार ने काटकर गिरा दिया। गुरुवार शिकायत पर रेंजर हरख ने नगर पंचायत से संबंधित जिओ का हवाला देकर उसे छूट बताकर इतिश्री कर लिया। जबकि अधिकांश: आम बोटा ब्रिकी है। शुक्रवार डीएफओ ने एसडीओ को जांच सौंपी है। उन्होंने हरख रेंजर विरुद्ध कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

मामला हरख रेंज के असंद्रा थाने से संबंद्ध चौकी क्षेत्र के नगर पंचायत सिद्धौर के लंबौवा वार्ड के मखदूम शाह मजार समीप स्थित स्थानीय निवासी राकेश नाग आम बाग का है। दो दिन पहले बगैर परमिट के 11 प्रतिबंधित सूखा आम के पेड़ काटे गए। इसकी अधिकांश लकड़ी (बोटा ) स्थानीय अड्डी पर बिक्री है। गुरुवार शिकायत पर वन दरोगा सचिन पटेल, वनरक्षक जगदंबिका उर्फ पप्पू व साहबदीन आदि ने ठूंठों माप की। मगर हरख रेंजर प्रदीप सिंह कार्रवाई बजाए पिकअप लदी लकड़ी मौके छोड़ दी। उल्टे नगर पंचायत से संबंधित शासनादेश का हवाला देते हुए कलमी आम पेड़ को छूट में बताया। क्योंकि लकड़ी सीमा क्षेत्र अंदर है। शुक्रवार अक्रोशित पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवियों ने पुनः डीएफओ आकाश बाधवान से शिकायत की। जिसमे हरख रेंजर द्वारा कटानकर्ता से कमीशन बाजी में देसी पेड़ों को कलमी बताकर कार्रवाई नहीं हुई। जिसपर डीएफओ ने एसडीओ डीके पांडे को जांच सौंपी है। उन्होंने बताया कि यदि देसी पेड़ काटे गए हैं। हरख रेंजर प्रदीप सिंह समेत अन्य स्टॉफ के विरुद्ध कार्रवाई होगी। एसडीओ डीके पांडे ने बताया कि मौके मुआएना कर रिपोर्ट दी जा रही है। वही क्षेत्रीय ठेकेदारों में हड़कंप मचा है। उधर, रेंजर के प्रतिबंधित लकड़ी के छूट बयानबाजी पर ठेकेदारों में चर्चा होती रही।

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