मथुरा। लोकसभा चुनाव के रण में उतरने से पहले ही कांग्रेस में घमासान तेज है। पहले जिले के पार्टी प्रभारी रह चुके योगेश तालान ने निर्दलीय नामांकन कराया। सोमवार को उनके नाम वापस लेने की उम्मीद थी, लेकिन योगेश ने नामांकन वापस नहीं लिया।
इधर, कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार में कई बड़े चेहरे नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में गुटबाजी भी सामने आ रही है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में धनगर आंदोलन से जुड़े चेहरे मुकेश धनगर को मैदान में उतारा है।
पूर्व में जिले में कई पार्टी नेता प्रत्याशी बनना चाह रहे थे। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिली। टिकट की लाइन में लगे पूर्व प्रदेश सचिव व जिले के पूर्व पार्टी प्रभारी रहे योगेश कुमार तालान ने भी मथुरा लोकसभा से अपनी उम्मीदवारी पार्टी नेताओं के समक्ष की थी। लेकिन, उनके नाम पर भी विचार नहीं किया गया।
मुकेश धनगर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद योगेश ने निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। उन्हें मनाकर सोमवार को नाम वापसी कराने की उम्मीद थी, लेकिन सोमवार को योगेश ने अपना नाम वापस नहीं लिया। इससे ये स्पष्ट हो गया कि योगेश विद्रोही तेवर के साथ चुनाव लड़ेंगे।
इधर, पार्टी के कई बड़े नेता मुकेश धनगर के साथ चुनाव प्रचार से किनारा किए हैं। नामांकन के पांच दिन बाद भी पार्टी के कई बड़े चेहरे मुकेश धनगर के साथ प्रचार करते दिखाई नहीं रहे हैं। इसे लेकर पार्टी के अंदर अलग तरह की सुगबुगाहट है।
उधर, कांग्रेस के खेमे में योगेश तालान भी सेंधमारी की कोशिश में हैं। माना जा रहा है कि कुछ पूर्व पदाधिकारी और निष्कासित पदाधिकारी योगेश तालान के संपर्क में हैं। मंगलवार को जिले में प्रत्याशी के समर्थन में आ रहे प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के सामने भी ये मुद्दा उठेगा।
जिलाध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा ने बताया कि पार्टी के अंदर किसी प्रकार का मतभेद नहीं हैं। सभी लोग मिलकर पार्टी प्रत्याशी को चुनाव लड़ा रहे हैं और हम चुनाव जीतेंगे।