छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति वापसी के लिए परेशान…

गोंडा। जिले के हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति (वापसी) के लिए परेशान हैं। राज्य एनआईसी स्क्रूटनी में 31,206 विद्यार्थियों का आंकड़ा संदेह के दायरे में आ गया है। सोमवार को बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने जिला समाज, अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ितों में हाईस्कूल, इंटर व स्नातक के विद्यार्थी हैं। इनका कहना है कि संस्थानों की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।

तरबगंज के राजकीय पॉलिटेक्निक से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले विवेक कुमार ने बताया कि छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के आवेदन में संस्थान की ओर से गलत अंक भर दिया गया। इसकी शिकायत विद्यालय स्तर पर की। पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में तीन बार से चक्कर लगा रहे हैं। पर संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका है।

इसी तरह से धनन्जय वर्मा ने समाज कल्याण विभाग में शिकायत की है। बताया कि उनका इनरोलमेंट नंबर ही नहीं दिख रहा है। ऐसे में उनकी छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति रुक सकती है। विभागों के चक्कर लगाने पर मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। जबकि ज्यादातर मामले में विद्यालय स्तर से ही गड़बड़ी की गई है। वहीं शिवम गिरी, अली अहमद समेत बड़ी संख्या में छात्रों ने समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में शिकायतें दर्ज कराई हैं।

कई विद्यालयों ने नहीं कराया केवाईसी
विभागीय जानकारों ने बताया कि कई विद्यालयों ने केवाईसी नहीं कराया है। इसके अलावा एक से अधिक जगह पर आय प्रमाणपत्र लगाने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। इतना ही नहीं इस बार मेरिट के आधार पर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की जानी है। ऐसे में गलत अंक भरने से बड़ी संख्या में विद्यार्थी संदेह के घेरे में आ गए हैं।

संदेहास्पद आंकड़े को लेकर उच्चाधिकारियों की अध्यक्षता में बैठक होगी। विद्यार्थियों की ओर से लगाए गए आय प्रमाण पत्र कई जगह लगाए जाने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। बैठक में छात्रों से संबंधित अहम बिंदु रखी जाएगी। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। विद्यालय स्तर पर समस्या समाधान कराया जा सकता है।

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