परिवार नियोजन का संदेश देने निकला सारथी वाहन

  • सीएमओ आवास से हुआ रवाना, नगरीय क्षेत्र में करेगा प्रचार
  • नोडल अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

बलिया। छोटे व सीमित परिवार के बड़े फायदे का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी आवास से सारथी वाहन को रवाना किया गया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) / परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ आनन्द कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह लगातार चार दिन तक जनपद के शहरी क्षेत्रों में घूमकर परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के फायदे के बारे में प्रचार-प्रसार करेगा।
डॉ आनन्द कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन संबंधी जानकारी का प्रचार करने के लिए जनपद में सारथी वाहन चलाया जा रहा है। लाउडस्पीकर के माध्यम से परिवार नियोजन और पुरुष नसबंदी के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने अपील किया कि जिनका परिवार पूरा हो चुका है वह आगे आकर नसबंदी अपनाएं और अपने परिवार को खुशहाल बनाएं। उन्होंने कहा कि पुरुषों को लगता है कि नसबंदी कराने से कमजोरी आती है, लेकिन यह एकदम निराधार बात है। नसबंदी कराने के बाद पुरुष में किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती। पुरुष नसबंदी स्थाई परिवार नियोजन का एकदम सुरक्षित और कारगर उपाय है। यह मामूली सी शल्य क्रिया है और महिला नसबंदी के मुकाबले आसान भी है। इसलिए पुरुषों को भी परिवार नियोजन में बराबर की जिम्मेदारी निभानी चाहिए ।

फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर उपेन्द्र चौहान ने बताया कि सारथी वाहन नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के आसपास के क्षेत्रों में चार दिन लगातार परिवार नियोजन का संदेश देगा। लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करेगा। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के स्थायी साधन पुरुष और महिला नसबंदी एवं अस्थायी साधन क्रमशः आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, माला एन, कंडोम, छाया और ईसीपी की गोलियां बास्केट ऑफ च्वाइस का हिस्सा है। लाभार्थी अपनी इच्छानुसार किसी भी प्रकार के साधन को अपनाकर अपने परिवार को खुशहाल बना सकते हैं।

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