ग्राम उस्मानपुर में आयोजित हुआ रविदास जयंती समारोह मेला और भण्डारा
बाराबंकी। सिद्धौर विकासखंड के ग्राम उस्मानपुर में संत रविदास मन्दिर पर विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती समारोह मेला और भण्डारा डॉ० हरी प्रसाद सिंह गौतम उर्फ ‘हनक जी’ के द्वारा किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में संत रविदास जी जन्म भूमि काशी बनारस से पधारे डा. आर.पी. आर्या व संत चेतन दास अपने संतों की टोली के साथ संत रविदास जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर द्वीप प्रज्ज्वलित करके नमन किया। इस दौरान आकाशवाणी दूरदर्शन मध्य निषेध विभाग उ०प्र० सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग उत्तर प्रदेश के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकगीत, लोकनृत्य, नाटक, आल्हा, जादू आदि कार्यक्रम आयोजित हुए। वहीं रविदास के जीवन चरित्र पर केंद्रित नाटक मनचंगा तो कठौती में गंगा का मंचन किया गया।
आयोजक डा. हरी प्रसाद ‘हनक जी’ ने अतिथियों का आभार ज्ञापित करते हुए संत रविदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसा चाहूँ राज में जहाँ सबको मिले अन्न घोट बड़ों सम बसें रहें रविदास प्रसन्न, रविर्वादस जनम के कारणे होत न कोऊ नीच। नरको नीच कर डारिहें औदे करम के कीच, ज्ञान ध्यान सत्य वचन अच्छे कर्म करके समाज में व्याप्त कुरीतियों व बुराइयों को दूर करके समतामूलक समाज बनाने का काम संत रविदास ने किया। शिक्षा पर जोर देते हुए शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पिएगा वही दहाड़ेगा। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए शिक्षित व सगठित होना बहुत जरुरी है, तभी समाज का विकास होगा। अंधविश्वास से दूर होकर महापुरुषों को बताये हुए मार्ग पर चलने की जनता से अपील की। कार्यक्रम में लोकगायक जमुना प्रसाद कनौजिया के गीतों और सोनेलाल यादव एण्ड पार्टी व जादूगर सत्यम् तिवारी एवं जादूगर हृदयेश तिवारी जादू ने लोगों का मन मोह लिया। समारोह में मुख्य रूप से दिल्ली से आए चन्द्रिका प्रसाद, राकेश गौतम, प्रमोद पेंटर, भंते अवधेश, पत्रकार शेर बहादुर शेरा, दिनेश कुमार शर्मा, कुवर रामवीर सिंह ‘पिंटू’, दिलीप कुमार वर्मा, दीपक कुमार गौतम, भारत प्रसाद, शिवम् कुमार आर्टिस्ट ,जगदीश, बंशराज, सोमनाथ, नीरज, जयचंद, सन्तोष कुमार वर्मा, डा. अवधेश वर्मा वीरेन्द्र, देशराज, सतीश, पवन कुमार, अवध रानी, रानीगौतम, पुष्पा गौतम, नीलम गौतम, पंकज कुमार, रंजीत कुमार, रवि प्रकाश, रमेश भारती, भीष्म प्रसाद, विनोद गौतम, राममिलन गौतम, रामकुमार, भीमसेन, नन्हेलाल, शिवकैलाश परसा, कपिल कुमारी, आशाराम, रामसनेही गौतम आदि लोग मौजूद रहे।