सड़क पर आया उदासीन आश्रम, बड़े अखाड़े का विवाद, आश्रम के महंत ने जिलाधिकारी को भेजा पत्र

आश्रम में महंत को लेकर न्यायालय में चल रहा है वाद

बाराबंकी। थाना सतरिख क्षेत्र में स्थित उदासीन आश्रम बड़ा अखाड़ा में महंत की गद्दी को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चला आ रहा था। जिसको लेकर बड़े अखाड़े के महंत बाबा मोहन दास ने सिविल न्यायालय में एक वाद दायर किया था। अभी न्यायालय ने कोई भी निर्णय नही सुनाया है। लेकिन इसके बावजूद एक ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उस पर अवैध कब्जा करने की नीयत से जबरदस्ती अवैध निर्माण शुरु करा दिया है। निर्माण कार्य रुकवाने को लेकर पीड़ित महंत ने प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है। जानकारी के अनुसार, थाना सतरिख क्षेत्र में सप्त ऋषि धाम परिसर में स्थित उदासीन आश्रम बड़ा अखाड़ा में वर्तमान में बाबा मोहनदास चेला ज्ञानदास निवासी कस्बा सतरिख के मध्य महंती को लेकर नानक शरण से विवाद चला आ रहा था। मामला कुछ वर्ष पूर्व सिविल न्यायालय पहुंचा जो अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है। परन्तु इसी अखाड़े की जमीन पर अपनी कब्जेदारी बताते हुए ताराश्री फाउण्डेषन ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बीती 14 फरवरी को उक्त आश्रम पर अवैध निर्माण शुरु करा दिया। जब संचालिका विभा द्वारा उक्त निर्माण कार्य करवाया जा रहा था तो महंत बाबा मोहन दास और उनके समर्थकों ने जमकर विरोध किया। जिस पर काफी हंगामा हो गया। महंत बाबा मोहनदास ने इसकी सूचना पहले सतरिख थाना पुलिस को दी और उसके बाद उपजिलाधिकारी नवाबगंज को भी फोन द्वारा सूचना देकर अवैध निर्माण कार्य रुकवाने की मांग की। लेकिन इन अधिकारियों द्वारा जब उक्त मामले को संज्ञान नही लिया गया तो इधर महंत के समर्थकों ने जमकर हंगामा काटा तो तारा श्री फाउंडेषन के पदाधिकारियों ने किसी तरह से काम रोका। शुक्रवार सुबह पीड़ित महंत मोहनदास ने जिलाधिकारी को पत्र देकर ताराश्री फाउंडेषन ट्रस्ट के पदाधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही की मांग की। पूरे मामले की जानकारी देते हुए पीड़ित महंत मोहनदास ने बताया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन चल रहा है। लेकिन विपक्षी नानक शरण से मिलकर आश्रम की भूमि पर अवैध कब्जा करने की साजिष रच रहा है। उन्होने यह भी कहा कि न्यायालय जो भी निर्णय करेगा वह मुझे मान्य होगा। लेकिन न्यायालय के आदेष आने के पहले ही विपक्षियों द्वारा अखाड़े की जमीन पर जो अवैध निर्माण करवाया गया है उसको तत्काल हटाया जाये। पीड़ित महंत ने यह भी चेतावनी दी कि अगर जिलाधिकारी ने उक्त मामले में न्यायालय की अवहेलना करने वाले विपक्षियों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही नही की तो वह प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के पास आमरण अनषन पर बैठेगा।

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