राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समाजसेवा को लेकर समाज में जो बेहतर छवि बनी है, उसमें निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है। संघ का विस्तार करने के लिए स्वयं सेवक अपनी भूमिका का विस्तार करें। संघ की समाज में सकारात्मक छवि बने इसकी जिम्मेदारी सभी स्वयंसेवकों की है।
ये बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को मानीराम, चिऊटहां स्थित एसवीएम पब्लिक स्कूल में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए कहीं। तीन जून से चल रहे संघ के द्वितीय प्रशिक्षण वर्ग में आए प्रशिक्षणार्थियों से संघ प्रमुख ने संवाद भी किया। संघ प्रमुख ने कहा कि संघ का हर कार्यकर्ता समाज में अपनी भूमिका को अदा करे। समाज में बेहतरी की तरफ बदलाव हो यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।
संघ ने लंबे सफर में बहुत सी चुनौतियों का किया सामना
संघ प्रमुख ने कहा कि संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। इस लंबे सफर में संघ ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों की बेहतरी के लिए काम किये हैं। इस छवि और काम की पहचान को आगे बढ़ाते हुए निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि संघ समाज में सेवा, संपर्क और प्रचार के माध्यम से लगातार सभी वर्गों के बीच राष्ट्रीय विचारों का आदान-प्रदान कर रहा है। संघ प्रमुख ने कहा कि संघ के शिविरों में जो लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं वह समाज के लिए कैसे उपयोगी हों, इसकी चिंता हमें करनी होगी। समाज में विभिन्न चुनौतियों का संघ ने सामना किया है। सकारात्मक छवि बनाने के लिए हमें समाज हित में निरंतर कार्य करना होगा। प्रशिक्षणार्थियों को संघ कार्य के लिए अधिक से अधिक समय देने की बात कही।
संघ प्रमुख की मौजूदगी में आज होगा पथ संचलन
संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में कार्यकर्ता विकास वर्ग कार्यक्रम में शुक्रवार को प्रतिभागी पथ संचलन करेंगे। इसके बाद संघ प्रमुख कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे और उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे।