कृषि नवाचारों के प्रचार-प्रसार में कृषि विज्ञान केंद्रों की भूमिका अहम् – डॉ संजय सिंह

कृषक उत्पादक संगठनों के सशक्तिकरण से किसान के हाथ होंगे अधिक मजबूत – डॉ संजय सिंह

पुरातन कृषि संस्कृति एवं बीज संरक्षण पर करना होगा कार्य – डॉ संजय सिंह

सीतापुर । कृषि विज्ञान केंद्र- II, कटिया, सीतापुर के प्रशासनिक भवन एवं कृषक छात्रावास के उद्घाटन समारोह पर कृषि तकनीकी प्रदर्शनी एवं कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि (पूर्व संचार मंत्री, भारत सरकार) एवं वरिष्ठ राजनेता डॉ. संजय सिंह रहे, अध्यक्षता डॉ. बी.बी. सिंह (पूर्व कुलपति, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्राद्यौगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज,अयोध्या) ने की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में भाकृअनुप- राष्ट्रीय कृषि अनुसन्धान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमेश नाईक मुडे, आईसीआईसीआई फाउंडेशन के परियोजना निदेशक पारितोष त्रिपाठी मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि डॉ. संजय सिंह ने सीतापुर जनपद में कृषि के सर्वांगीण विकास के लिए कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कृषि में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट स्तर के अनुसन्धान किये जा चुके है जिनके प्रचार प्रसार में कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका महत्वपूर्ण है

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्राद्यौगिकी विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति एवं पूर्व सदस्य योजना आयोग भारत सरकार डॉ. बी.बी. सिंह ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि कृषि विज्ञान केंद्रों की भूमिका कृषि के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण है। ये केंद्र अनुसंधान, प्रशिक्षण, प्रसार, और तकनीकी सहायता के माध्यम से किसानों को नवाचारों और उन्नति के लिए तैयार करने में मदद करते हैं।

विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित भाकृअनुप- राष्ट्रीय कृषि अनुसन्धान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमेश नाईक मुडे ने कहा की हम इस केंद्र के साथ सीतापुर जनपद में कृषक महिलाओं के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिये निरंतर क्षमता विकास कार्यक्रमों का प्रयोजन कर रहे है जिसके परिणाम प्रेरणादायी है।

आईसीआईसीआई फाउंडेशन के परियोजना निदेशक पारितोष त्रिपाठी ने कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया के साथ में संयुक्त रूप से किये जा रहे कार्यक्रमों को साझा करते हुए कहा कि हमने बिसवां विकास खंड के कुछ गाओं को गोद लिया है और उनमें बकरी पालन, पशु सखी, पोषण वाटिका आदि कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है।

इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक शिव चंद्र शुक्ला ने बताया कि हम कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया के स्थापना वर्ष से ही साथ मिलकर कार्य कर रहे है जिसमें से नैनो उर्वरकों का परीक्षण, संतुलित उर्वरक प्रबंधन, कृषि में ड्रोन तकनीकी का उपयोग आदि मुख्य है ।
इस अवसर पर कृषि तकनीक के प्रदर्शन, महिला सशक्तिकरण, और कृषि में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न चर्चाओं का आयोजन भी किया गया।

कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ. वाई.पी. सिंह ने किया इस दौरान, विभिन्न किसानों, कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा तकनीकी प्रदर्शनी लगायी गई तथा कृषि क्षेत्र में काम कर रही महिंद्रा समेत विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि समेत २८० किसानो ने प्रतिभागिता की।

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