यूटा की पहल पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पूर्वानुसार कार्यवाही के दिए निर्देश
बाराबंकी: दम्पत्ति कार्मिकों की समस्या को लेकर गंभीर शिक्षक संगठन यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर के मांग पत्र के क्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पूर्व की व्यवस्था के अनुसार पति-पत्नी दोनों में से किसी एक को उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर चुनाव ड्यूटी से मुक्त किए जाने हेतु समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
उक्त जानकारी देते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया है कि संगठन की पहल पर गत लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 एवं विधानसभा चुनाव 2022 में “ऐसे पति-पत्नी जो दोनों ही सरकारी सेवा में है उनकी बच्चों के देखभाल की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए उनमें से किसी एक को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने हेतु निर्देश दिए गए थे। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर ने अपने पत्र के माध्यम से चुनाव आयोग के संज्ञान में लाया गया था कि चुनाव में पोलिंग ड्यूटी हेतु कार्मिकों को एक दिन पूर्व ही पहुंचना होता है और रात्रि प्रवास पोलिंग स्टेशन पर ही करना होता है ऐसे में यदि पति-पत्नी दोनों की ड्यूटी लग जाती है तो उनके बच्चों की देखभाल का गंभीर संकट उनके समक्ष रहता है। ऐसे में उन दोनों में से किसी एक को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाना चाहिए ताकि वे बच्चों के प्रति जिम्मेदारी का निर्वाह कर सकें। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर के द्वारा भारत निर्वाचन आयोग को दिए गए पत्र के क्रम में प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रशेखर ने समस्त जिला निर्वाचन अधिकारी को पूर्ववत कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। शिक्षक संगठन यूटा के जिलाध्यक्ष आशुतोष कुमार, जिला महामंत्री सत्येंद्र भास्कर, जिला कोषाध्यक्ष पुर्णेश प्रताप सिंह, ज़िला संगठन मंत्री दीपक मिश्रा, मोहित सिंह सहित अन्य शिक्षकों ने चुनाव आयोग के निर्देशों के क्रम में ऐसे कार्मिकों के प्रार्थनापत्रों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर पति-पत्नी में से किसी एक को ड्यूटी से मुक्त करने हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है।