मुरादाबाद। रेलवे ने कोरोना के बाद बढ़ाए गए पैसेंजर ट्रेनों के किराए में राहत दी है। अभी तब केवल कंप्यूटर तक सीमित है। कोरोना के बाद से मेल बनाकर चलाई जा रही पैसेंजर ट्रेनों के नंबर बदलने के बाद राहत यात्रियों को मिल पाएगी। माना जा रहा एक सप्ताह में यात्रियों को कम किराए में सफर करने को मिलेगा।
इससे प्रत्येक यात्री को न्यूनतम 20 का लाभ होगा। कोरोना काल में मार्च 2020 में सभी ट्रेनों का संचालन भी बंद कर दिया गया था। हालांकि कुछ दिन लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गईं। दो महीने के बाद धीरे-धीरे कर एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। लेकिन, पैसेंजर ट्रेनों का संचालन बंद रहा।
अगस्त 2022 से इन्हें भी चलाना शुरू कर दिया गया। लेकिन, इन ट्रेनों को मेल ट्रेनों वाले नंबर देकर चलाया गया। इससे यात्रियों पैसेंजर ट्रेन में सफर करने के लिए मेल ट्रेन का किराया देना पड़ रहा था। साथ ही एमएसटी सुविधा भी बंद कर दी गई थी। 23 फरवरी को रेलवे बोर्ड ने सभी पैसेंजर ट्रेनों किराया कोरोना से पहले के समान कर दिया है।
घटा हुआ किराया होने लगा शो
रेलवे के सिस्टम और टिकट बुकिंग काउंटर पर लगे कंप्यूटर में घटा हुआ किराया प्रदर्शित हो रहा है, लेकिन यात्रियों को अभी बढ़ा हुआ किराया देना पड़ रहा है। इसका कारण यह है कि ट्रेनों नंबर में बदलाव नहीं हुआ है। ट्रेनों को पैसेंजर बनाने का आदेश मिलने के बाद ही लोगों मिल पाएगी। इससे न्यूनतम किराए में बीस रुपये तक की बचत होगी।
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से कोई व्यक्ति चन्दौसी लाइन पर के पहले स्टेशन मछरिया की टिकट लेता है तो उसे अभी तीस रुपये देने पड़ते हैं।किराया घटना पर वही टिकट दस रुपये में मिलेगा। इसी प्रकार सभी स्टेशनों के लिए किराया घट जाएगा।सीनियर डीसीएम सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सिस्टम में किराया घटा हुआ दिखाई दे रहा है। लेकिन, इसे लागू करने के संबंध में आदेश नहीं मिला है। रेलवे बोर्ड का आदेश मिलते ही पैसेंजर ट्रेनों का पुराना किराया लागू कर दिया जाएगा।