कांटे की टक्कर के बीच रमाशंकर ने रवींद्र दी मात

जीत के है​ट्रिक लगाने से चूक गए भाजपा के रवींद्र

कांटे के टक्कर के बीच सलेमपुर लोकसभा में सपा प्रत्याशी रमाशंकर राजभर ने भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुशवाहा को 3573 मतों से पराजित कर दिया। इसके साथ ही रवींद्र कुशवाहा की जीत के हैट्रिक लगाने का सपना भी चकना चूर हो गया। सपा के रमाशंकर राजभर को जहां 405472 मत मिले। वहीं भाजपा के रवींद्र कुशवाहा को मिले 401899 मत मिले। इस प्रकार रमाशंकर ने रवींद्र को 3573 मत से पराजित किया।

सलेमपुर लोकसभा में शुरूआती रूझानों में भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुशवाहा अच्छे—खासे अंतर से आगे चल रहे थे। लेकिन दोपहर 12 बजे के बाद एकाएक पिक्चर बदल गई और सपा प्रत्याशी रमाशंकर राजभर आगे चलने लगे। इसके बाद शुरू हुआ कांटे की टक्कर कभी रवींद्र कुशवाहा 800 मतों से आगे तो कभी रमाशंकर राजभर 600 मतों से आगे चल रहे थे। इसके बाद शाम पांच बजे जैसे ही पोस्टल बैलेट का मत दोनों प्रत्याशयों में जोड़ा गया तो सपा प्रत्याशी रमाशंकर राजभर आगे हो गए और दोनों के बीच फासला महज 3573 मतों का रहा।

बीजेपी, ईडी व सीबीआई के विरुद्ध जनता ने किया मतदान

71 लोकसभा सीट इंडिया गठबंधन प्रत्याशी रमाशंकर राजभर ने जीत दर्ज करने के बाद इसका श्रेय सलेमपुर लोकसभा के सम्मानित मतदाताओं को दिया। कहा कि सलेमपुर की जनता ने जिस प्रकार से भाजपा, ईडी और सीबीआई के विरुद्ध मतदान कर लोकतंत्र को बचाने का काम किया है। उनके मान सम्मान को ख्याल रखा जाएगा। सलेमपुर में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क, बिजली आदि की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की पहली प्राथमिकता होगी। कहा कि मैं रविंद्र कुशवाहा के पिता का शिष्य रहा हूं। मैंने राजनीति का ककहरा उन्ही से सिखा है। मुझे वह एक दिन सपने में आए थे और कहा कि इस बार मैं अपने बेटे के साथ नहीं, बल्कि अपने शिष्य के साथ हूं। जिनके आशीर्वाद से मैं विजय रहा। एक प्रश्न के जवाब में रमाशंकर राजभर ने कहा कि इंडी गठबंधन के जीत ने बता दिया है कि राजभर समुदाय का नेता कौन है।

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