प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पहली रैपिड-एक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। उन्होंने इस ट्रेन में सफर करते हुए कहा कि इस ट्रेन में ड्राइवर से लेकर सभी कर्मचारी महिलाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गाजियाबाद में देश की पहली रैपिड-एक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने ऑनलाइन टिकट लेकर ट्रेन में सफर भी किया। इसे मिनी बुलेट ट्रेन कहा जा रहा है जो ‘नमो भारत’ नाम से जानी जाएगी।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नमो भारत देश के भविष्य की झलक है। इसे दिल्ली, हरियाणा जैसे अन्य राज्यों से भी कनेक्ट किया जाएगा। मैंने राजस्थान बोल दिया तो अशोक गहलोत की नींद खराब हो जाएगी। इस ट्रेन की आवाज हवाई जहाज से भी कम है। आने वाले 10 साल में देश में रेलों की तस्वीर बदल जाएगी।
पीएम ने बताया, मेरठ तक कब पहुंचेगी ट्रेन
पीएम मोदी ने कहा कि करीब चार साल पहले मैंने दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, रीजनल कोरिडोर प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। आज साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक नमो भारत का संचालन शुरू हो गया। हम जिसका शिलान्यास करते हैं, उसका उद्घाटन भी करते हैं। मेरठ वाला हिस्सा साल-डेढ़ साल बाद पूरा होगा। उस समय भी मैं आपकी सेवा में मौजूद रहूंगा। आने वाले समय में देश के अन्य हिस्सों में नमो भारत जैसा सिस्टम बनेगा।
इससे औद्योगिक विकास होगा और युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि भारत का विकास राज्यों के विकास से ही संभव है। हमारे साथ कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया भी जुड़े हैं। आज बेंगलूरु में मेट्रो की दो लाइनों को भी देश को समर्पित किया गया। इससे आइटी हब की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
ड्राइवर समेत तमाम कर्मचारी महिलाएं
पीएम मोदी ने कहा, मैंने बचपन रेलवे प्लेटफॉर्म पर बिताया है। आज रेलवे का रूप मुझे सबसे ज्यादा आनंदित करता है। हमारे यहां नवरात्र में शुभकार्य की परंपरा है। देश की पहली नमो भारत ट्रेन को आज मां कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। इस ट्रेन में ड्राइवर से लेकर तमाम कर्मचारी महिलाएं हैं। यह भारत की नारी शक्ति के बढ़ते कदम का प्रतीक है।
17 किमी. की यात्रा 15-17 मिनट में
रैपिड-एक्स ट्रेन शनिवार से यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी। पहले चरण में यह गाजियाबाद से दुहाई तक चलेगी। इसका किराया 50 से 100 रुपए तक है। ट्रेन 17 किलोमीटर का सफर 15 से 17 मिनट में पूरा करेगी। पूरी तरह ऑपरेशनल होने के बाद इसकी रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ट्रेन हर स्टेशन पर 30 सेकेंड रुकेगी। आने वाले समय में दिल्ली-मेरठ के बीच ट्रेन 5 से 10 मिनट के बीच मिला करेगी। इसमें करीब आठ लाख लोग रोजाना यात्रा कर सकेंगे।
वंदे भारत से कितनी अलग है नमो भारत
* वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 180, जबकि नमो भारत की 160 किलोमीटर प्रति घंटे है।
* वंदे भारत लंबी दूरी की, जबकि नमो भारत फिलहाल छोटी दूरी की ट्रेन है।
* वंदे भारत सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। नमो भारत को मिनी बुलेट ट्रेन कहा जा रहा है।
* दोनों ट्रेनों की डिजाइन अलग है। नमो भारत को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह तेजी से फर्राटा भर सके।
* वंदे भारत अधिकतम 16 कोच के साथ चलाई जा रही है। नमो भारत में फिलहाल छह कोच होंगे।