अयोध्या। रामनवमी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन बेहद सतर्क व सजग है। राम मंदिर के अलावा रामनगरी के अन्य हिस्सों में भीड़ प्रबंधन का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है। इस योजना का सबसे खास पहलू रामपथ का है, जहां 15 स्थानों पर ड्राप डाउन बैरियर लगाए जाएंगे।
रामनवमी पर एक-एक बैरियर पर भक्तों का हुजूम रोका जाएगा। जब बैरियर के आगे के भक्त और आगे बढ़ जाएंगे तो इन्हें भी छोड़ा जाएगा। प्रत्येक स्थान पर सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा रामपथ से नगर के बाएं व दाएं हिस्से की ओर खुलने वाली गलियों को बैरियर से बंद किया जाएगा। यह तैयारी 17 अप्रैल को होने वाले मुख्य पर्व के लिए की जा रही है, लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे 15 अप्रैल से ही लागू करने का प्लान है।
वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
भीड़ बढ़ने पर मुख्य मार्ग की गलियों को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। नगर के बाहर पार्किंग में वाहनों काे खड़ा कर ही शहर में आया जा सकेगा।
रामपथ के 15 बैरियरों को पार करते हुए भक्त बिड़ला मंदिर के सामने रामजन्मभूमि पथ पर प्रवेश करेंगे। रामलला का दर्शन कर वे अंगद टीला के समीप से होते हुए श्रीराम अस्पताल के बगल नवनिर्मित पथ से बाहर निकल सकेंगे। यहां से भक्तों को रेलवे स्टेशन की ओर मोड़ दिया जाएगा। ये दोबारा बिड़ला धर्मशाला नहीं जा सकेंगे।
यात्री यहां रख सकेंगे सामान
सीओ आशुतोष मिश्रा ने बताया कि रामपथ पर 15 स्थानों पर ड्राप डाउन बैरियर लगाए जाएंगे। हनुमानगुफा पर यात्री सुविधा केंद्र होगा। यहीं पर यात्री सामग्री रख सकेंगे। यहीं पर जूता चप्पल भी उतारने होंगे। यहां से वे मैटिंग पर चल कर नंगे पांव दर्शन को जाएंगे। शहर के बाहर चारों ओर वाहनों की पार्किंग होगी। शुक्रवार की रात से ही पुलिस प्रशासन इस तैयारी में जुटा है।