सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। बरौलिया गांव में चल रहे श्री रामलीला धनुषयज्ञ में तीसरे दिन राम विवाह को रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच राम-सीता का विवाह संपन्न हुआ। इससे पूर्व श्रीराम के द्वारा धनुष तोड़ने के बाद सीता के साथ हुई विवाह के अदभूत बेला में ऋषि मुनि, साधु संत भी उपस्थित होकर आशीर्वाद दिए थे। राम नाम का जप मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। संगीत मंडली द्वारा राम विवाह पर आधारित भजन की प्रस्तुति की गई। वहीं, दूसरी ओर दिखाई गई झांकी को देखने के लिए क्षेत्र वासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। दरभंगा बिहार के कलाकारों द्वारा रामलीला मंचन के तहत प्रभु श्री राम के जन्मोत्सव के प्रसंग के साथ भगवान श्रीराम की माता जानकी के साथ विवाह के प्रसंग की जीवंत प्रस्तुति की। रामलीला देखने पहुंचे लोगों ने भगवान राम के बाल रूप और उसके बाद उनके विवाह के समय उनकी छवि का आनंद उठाया। भगवान राम की चरित्र का चित्रण करते हुए कलाकारों ने बखूबी रामलीला का मंचन किया। युगों-युगों से समाज के लिए प्रेरणास्रोत रहे भगवान राम की बाल छवि का महिला पुरुष बच्चो ने भरपूर आंनद उठाया। इस अवसर पर प्रधान जय प्रकाश वर्मा, मेला अध्यक्ष चन्दन वर्मा, मोनू वर्मा, इंद्रेश वर्मा सहित मेला कमेटी सदस्य सैकड़ों लोग मौजूद रहे।