वंदना की हत्या पर राज बरकरार ?

सूरतगंज बाराबंकी। बाराबंकी जिले के फतेहपुर कोतवाली इलाके में शुक्रवार सुबह एक दिल दहलाने देने वाली खबर सामने आई जिसने समूचे जिले के शासन प्रशासन को हिला कर रख दिया। हुआ कुछ यूं कि कोतवाली इलाके के बासरा गांव निवासी मकान निर्माण का कार्य करने वाले राजमिस्त्री अनिल कुमार ने आरोप के अनुसार सुबह 9 बजे के करीब अपनी पत्नी वंदना देवी का बेरहमी से कत्ल कर दिया। सूचना के बाद हरकत में आया पुलिस प्रशासन ने आरोपी कातिल अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया। मौके की नजाकत को देखते हुए बाराबंकी के ईमानदार पुलिस कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने मौका मुआयना कर अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
क्या पूर्व में भी अनिल और वंदना के बीच पुलिस चौकी में हुआ था समझौता ?
आरोपी कातिल अनिल कुमार को तो पुलिस ने जेल भेज दिया परंतु वंदना के कत्ल पर कई सस्पेंस अभी तक बरकरार हैं मृतका वंदना के देवर संदीप कुमार ने बताया कि उसकी भाभी 4 दिन पूर्व भगौली क्षेत्र अपने रिश्तेदार के यहां मांगलिक कार्यक्रम में गई थी जहां नहर के किनारे अनिल कुमार ने उसे दूसरे व्यक्ति के साथ देखा तो उसने विरोध किया तो मामला भगौली चौकी पहुंचा इसके बाद सुलह समझौता होकर दोनों घर लौट आए।
ग्रामीणों की माने तो वंदना पति को जेल भिजवाने की दिया करती थी धमकी ?
नाम न छापने की शर्त पर आसपास के ग्रामीण और गांव के एक प्रतिनिधि ने बताया कि पति अनिल कुमार के अवैध संबंधों के विरोध करने पर वंदना आत्महत्या करके पूरे परिवार को जेल भिजवाने की धमकी भी दिया करती थी। शायद उसी धमकी से आजिज अनिल कुमार ने यह खौफनाक कदम उठाया होगा ? वहीं ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि मृतका के पिता लाल बहादुर को भी दूरभाष पर अनिल कुमार ने उसकी बेटी की हरकत के बारे में कई बार बताया था और उनसे वंदना को अपने घर बुला लेने की भी बात कही थी हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है।
वंदना की गई जान अनिल गए जेल,परंतु बच्चों के भविष्य के साथ हुआ दुर्भाग्यपूर्ण खेल
बता दे वंदना की हत्या के बाद अनिल को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया परंतु उसके दो अबोध बालक श्याम उम्र 1 वर्ष,अमन उम्र 5 वर्ष के भोजन के लाले के साथ उनका भविष्य पूरी तरह से चौपट हो गया। आखिर इन अबोध बालकों का क्या दोष था यह अपने आप में बड़ा सवाल बना हुआ है ?

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