जयपुर। राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा आम चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग की होमवोटिंग की पहल के प्रति बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं में उत्साह है और इसके प्रथम चरण में प्रदेश भर में इन श्रेणियों के 60 हजार से अधिक मतदाताओं ने घर बैठे अपने मताधिकार उपयोग किया।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में 60 हजार 424 बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया। गुप्ता ने बताया कि होम वोटिंग के दौरान अब तक 1220 मतदाता घर पर नहीं मिले जबकि इस सुविधा के लिए पात्र 884 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 96.63 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग की है। इनमें 96.48 प्रतिशत बुजुर्ग एवं 97.56 प्रतिशत दिव्यांग शामिल है।
विधानसभा आम चुनाव के तहत प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का विकल्प दिया गया है। प्रदेश में होम वोटिंग के पहले पांच दिन में 47196 बुजुर्ग तथा 20,161 दिव्यांग एवं रविवार को 1485 बुजुर्ग एवं 286 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने की सुविधा का लाभ लिया। उन्होंने बताया कि पात्र 62 हजार 927 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर होम वोटिंग सुविधा के लिए आवेदन किया है।
विशेष मतदान दल ऐसे मतदाताओं के घर जाकर पूरी गोपनीयता के साथ डाक मतपत्र के माध्यम से उनका मतदान करवा रहे हैं। पोस्टल बैलेट के माध्यम से पहले चरण में 19 नवम्बर तक घर पर ही मतदान करवाया गया। ऐसे मतदाता जो होम वोटिंग के पहले चरण के दौरान घर पर अनुपस्थित थे, उनके लिए 20 और 21 नवम्बर को विशेष मतदान दल दूसरी बार उनके घर जाकर मतदान करायेंगे।