जयपुर। राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा आम चुनाव में पहली बार शुरू की गई घर बैठे मतदान सुविधा के तहत इस बार मंगलवार से लगभग 63 हजार मतदाता (वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग) घर बैठे मतदान कर सकेंगे।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान निर्वाचन विभाग समावेशी एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है और भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए प्रदेश में पहली बार विधानसभा आम चुनावों में घर बैठे मतदान की पहल की गई है। श्री गुप्ता ने बताया कि मंगलवार से पूरे प्रदेश में होम वोटिंग के पहले चरण की शुरुआत की गई है।
होम वोटिंग के लिए सबसे ज्यादा 1401 बायतु विधानसभा क्षेत्र से, 855 वल्लभनगर, 819 डूंगरपुर, 652 मालवीय नगर, 666 सिविल लाइंस एवं 553 वोटर होम वोटिंग के लिए शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से है। वही प्रदेश में सबसे कम करौली विधानसभा क्षेत्र से 15 वोटर, इसके बाद पीपल्दा से 65, हिंडोली से 81 और तिजारा से 109 वोटर है जिन्होंने इस सुविधा के लिए आवेदन किया है। उन्होंने बताया कि पात्र 62 हजार 927 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर इस सुविधा के लिए आवेदन किया है।
प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव में पहली बार दी जा रही इस सुविधा के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख गत चार नवंबर थी। गुप्ता ने बताया कि समावेशी चुनाव की दिशा में आयोग ने यह नवाचार किया है। इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर होम वोटिंग की सुविधा के लिए योग्य मतदाताओं को इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई गई । उन्होंने बताया कि यह सुविधा विकल्प के रूप में है। योग्य मतदाताओं ने इस सुविधा का चयन करने के लिए बी.एल.ओ. द्वारा दिए गए 12-डी फॉर्म को भरकर बी.एल.ओ. को दिया।
होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले इन मतदाताओं की सूची निर्वाचक अधिकारी द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई गई है तथा गठित मतदान दल इन मतदाताओं को पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करवाएगा। प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक आयु के 51033 मतदाता एवं विशेष योग्यजन के रूप में 11894 मतदाताओं ने इस सुविधा के लिए आवेदन किया है।