राहुल ने कहा लोगों को विश्वास में लिए बिना कुछ समाधान नहीं किया जा सकता

कोहिमा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला। कहा- 2015 में फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद नौ साल बीत जाने के बावजूद नगा राजनीतिक मुद्दे का समाधान करने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। नगालैंड के मोकोकचुंग शहर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि नगा लोगों को विश्वास में लिए बिना और उनके साथ चर्चा के बिना समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने प्रधानमंत्री पर वार करते हुए कहा- ‘अगर आपके पास समाधान नहीं है तो आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए और नहीं कहना चाहिए कि आपके पास समस्या का समाधान है। आप कह सकते हैं कि हमें समाधान की दिशा में काम करना होगा और हम समाधान की दिशा में काम करेंगे लेकिन आपको नगा लोगों से झूठ नहीं बोलना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस मानती है कि ये मुद्दा गंभीर है और इसका हल जरूरी है।

राहुल ने कहा कि मैंने नगा नेताओं के साथ बातचीत की है। वे इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर अभी तक शांति समझौते की दिशा में कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया है। राहुल ने कहा कि हमें ये भी नहीं मालूम है कि पीएम आखिर समस्या समाधान को लेकर क्या सोचते हैं। यह ऐसा मुद्दा है जोकि बातचीत के माध्यम से ही हल होगा और इस दिशा में काम करना होगा।

नागा विद्रोह 1947 में शुरू हुआ था। दशकों पुरानी समस्या का समाधान खोजने के लिए केंद्र 1997 से एनएससीएन-आइएम से बातचीत कर रहा है। केंद्र 2017 से नगा नेशनल पालिटिकल ग्रुप (एनएनपीजी) की कार्य समिति के साथ अलग से भी बातचीत कर रहा है। इसमें कम से कम सात समूह शामिल हैं। मोदी सरकार ने 2015 में एनएससीएन-आइएम के साथ एक फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, एनएससीएन-आइएम द्वारा नगाओं के लिए एक अलग ध्वज और संविधान की मांग पर अड़े रहने के कारण अभी तक किसी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका है।

इस दौरान राहुल ने नगालैंड में उद्योगों की दयनीय स्थिति पर कहा कि देश को सिर्फ दो लोग ही चला रहे हैं। देश की 500 बड़ी कंपनियों में से एक भी नगालैंड के लोगों की नहीं है। उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि वह देश की विभिन्न संस्कृतियों और रीति-रिवाजों का सम्मान नहीं करते हैं। राहुल यात्रा के दौरान रास्ते में कुछ बाइकर्स से भी मिले। इस दौरान असम के एक बाइकर्स ने कहा कि कांग्रेस नेता ने बाइक पर अपनी लद्दाख यात्रा के बारे में अनुभव साझा किए।

राहुल पिछले साल 20 अगस्त को अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिवस पर लद्दाख में पैंगोंग झील तक बाइक की सवारी पर निकले थे। उधर, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने गुवाहाटी में बुधवार को दावा किया कि भाजपा ने उन राज्यों में सत्ता गंवा दी जहां उसने भारत जोड़ो यात्रा की अनुमति देने में देरी की। भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेताओं ने दक्षिण से उत्तर भारत तक मार्च निकाला था।

लांबा ने असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से आग्रह किया कि वह देश के पूर्व से पश्चिमी हिस्से तक कांग्रेस द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मंजूरी देने में समस्या पैदा न करें। कांग्रेस की यात्रा गुरुवार को असम में प्रवेश करने वाली है।

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