लखनऊ। लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए में बनते बिगड़ते समीकरणों की तरह प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट भी इधर से उधर हो रहा है। राहुल गांधी की यात्रा अब प्रदेश में छह दिन ही रहेगी। यात्रा 16 फरवरी को चंदौली से प्रवेश करेगी और 21 फरवरी तक चलेगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब यात्रा लखनऊ से उन्नाव, कानपुर व हमीरपुर होते हुए झांसी ले जाने की तैयारी है। 21 फरवरी को यात्रा झांसी से मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाएगी। पदाधिकारियों को यात्रा के रूट में हुए बदलाव के चलते नए सिरे से तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं। इस निर्णय के पीछे पार्टी नेताओं के प्रबंधन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
पहले यात्रा का था ये रूट
यात्रा की पक्की तैयारी से पहले ही उसका रूट घोषित कर दिया गया था। यात्रा को पहले 14 फरवरी को चंदौली से प्रदेश की सीमा में प्रवेश करना था और 11 दिनों में 20 जिलों का सफर तय करना था। यात्रा चंदौली से वाराणसी, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस होते हुए आगरा से राजस्थान जानी थी।
अजय राय ने दिया ये तर्क
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि 22 फरवरी को बोर्ड परीक्षा आरंभ हो रही हैं। इसके कारण यह निर्णय किया गया है। तर्क है कि परीक्षा आरंभ होने से यात्रा रूट पर पड़ने वाले स्कूल-कॉलेजों में ठहरने का प्रबंध नहीं हो पा रहा है। जो स्थान मिल रहे हैं, वे यात्रा रूट से दूर हैं।
21 तक ही प्रदेश में रहेंगे राहुल गांधी
राय का कहना है कि यात्रा 21 फरवरी तक ही प्रदेश में रहेगी। अभी यात्रा का चंदौली से प्रवेश कर वाराणसी, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़ होते हुए अमेठी व रायबरेली तक का रूट फाइनल है। आगे के रूट को लेकर निर्णय नहीं हुआ है। प्रदेश में यात्रा का संयोजक पूर्व सांसद पीएल पुनिया को बनाया गया है।