नई दिल्ली। कांग्रेस के दो राज्यों में सत्ता गंवाने और मध्य प्रदेश में निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि, “विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी।” मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों के नतीजे साफ हो चुके हैं। इनमें से मध्य प्रदेश में बीजेपी की सत्ता बरकरार रही है और राजस्थान व छत्तीसगढ़ उसने कांग्रेस से छीन लिए हैं। तेलंगाना में कांग्रेस बहुमत हासिल कर रही है।
समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया
कांग्रेस को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद- राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- ”मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का जनादेश हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं, विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी। तेलंगाना के लोगों को मेरा बहुत धन्यवाद – प्रजालु तेलंगाना बनाने का वादा हम जरूर पूरा करेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया।”
प्रजालु’ का मतलब वे लोग हैं जो आम लोगों के लिए काम करते हैं। इसके विपरीत ‘दोरालु’ का अर्थ वे लोग हैं जो जमींदारों के लिए काम करते हैं। तेलंगाना में कांग्रेस के चुनाव अभियान का यह मुख्य मुद्दा रहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने तेलंगाना के मतदाताओं को भी धन्यवाद दिया। तेलंगाना के ताजा रुझानों के अनुसार कांग्रेस ने आधी सीटों पर जीत का आंकड़ा पार कर लिया है।
भारत जोड़ो यात्रा से मिला लाभ
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को तेलंगाना में जीत का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। कई कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने सबसे युवा राज्य में कांग्रेस को प्रोत्साहन दिया। तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग कर 2014 में राज्य बनाया गया था। राज्य की स्थापना के बाद से यहां बीआरएस का शासन है और राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर के.चंद्रशेखर राव नेतृत्व कर रहे थे। लेकिन इस बार जनता ने केसीआर को नकार दिया।
तेलंगाना में बीजेपी भी उत्साहित है। राज्य में पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। भाजपा ने तेलंगाना में अपना वोट शेयर पिछले चुनावों से लगभग दोगुना कर लिया है। बीजेपी ने यहां 8 सीटें जीती है। 2023 के विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राज्य में कांग्रेस ने 65 सीटें हासिल की है। जबकि बीआरएस को इस बार महज 39 सीटें मिली हैं। इस चुनाव में जहां कांग्रेस को 46 सीटों का फायदा हुआ है तो बीआरएस को 49 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं, बीजेपी को 7 सीटों का फायदा हुआ है तो एआईएमआईएम को न सीटों का फायदा हुआ है न ही नुकसान।