पीटीआई के उम्मीदवार मेहर मुहम्मद वसीम ने पीएमएल-एन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के तौर पे की अपनी वापसी, वादों से लैस सभी राजनीतिक दलों का चुनाव अभियान जोरों पर…

लाहौर (पाकिस्तान)। राष्ट्रव्यापी चुनावों से पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के लिए एक बड़ी ‘सफलता’ में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार मेहर मुहम्मद वसीम ने पीएमएल-एन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज के पक्ष में अपनी वापसी की घोषणा की है। 8 फरवरी को होने वाले मतदान से पहले देशभर में लुभावने घोषणापत्रों और वादों से लैस सभी राजनीतिक दलों का चुनाव अभियान जोरों पर है। पीएमएल-एन और पीपीपी की नजर प्रधानमंत्री के कार्यालय पर है और वे मतदाताओं को सत्ता में लाने के लिए जोर-शोर से लुभा रहे हैं।

पीटीआई टिकट धारक ने मरियम से मुलाकात की और अपने समर्थकों के साथ पीएमएल-एन में शामिल होने की घोषणा करने के अलावा उनके पक्ष में लाहौर के एनए-119 से हटने की घोषणा की। बैठक में सीनेटर परवेज रशीद, मरियम औरंगजेब, अली परवेज मलिक, ख्वाजा इमरान नजीर और अन्य सहित पीएमएल-एन के केंद्रीय नेताओं ने भी भाग लिया।

मेहर औपचारिक रूप से मरियम के नेतृत्व में 25 जनवरी को होने वाली चुनावी रैली में नवाज के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ अपने जुड़ाव की घोषणा करेंगे। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन के मुख्य आयोजक ने मेहर और उनके सहयोगियों का उनकी पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया।

इसके अलावा, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) को भी लाहौर में झटका लगा। दरअसल, उसके अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जकात समिति के प्रमुख सहित स्थानीय पदाधिकारी आज वफादारों के साथ नवाज के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए।

बैठक के दौरान मरियम ने कहा कि 2018 से 2022 तक अयोग्य शासकों के कारण देश को गंभीर परिणाम भुगतने के बाद पाकिस्तान की प्रगति और समृद्धि के लिए और अधिक लोग पीएमएल-एन काफिले में शामिल हुए हैं।

उन्होंने कहा कि देश उन राजनेताओं से पूरी तरह वाकिफ है जिन्होंने उनकी अच्छी सेवा की और जो ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ के रास्ते पर चले। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मरियम ने कहा कि केवल नवाज, शहबाज और पीएमएल-एन कार्यकर्ता ही कठिन समय का सामना करने के बाद “जीतकर उभरे” हैं।

चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत करते हुए मरियम ने रविवार को एनए-119 निर्वाचन क्षेत्र में पीएमएल-एन के चुनाव प्रचारकों को भी संबोधित किया।

पार्टी सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी के बाद पीएमएल-एन का मानना है कि शहाबज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के 16 महीने के कार्यकाल के दौरान निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए उसे बहुत जरूरी बढ़ावा मिला है।

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