पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति के रिश्ते काफी ‘विचित्र’ थे. पीएम मोदी जब भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे प्रणब मुखर्जी से मिलते, तो वह सम्मान में उनके पैर छूते. उनकी तरफ से ये सब खुलेपन और ईमानदारी के साथ किया जाता. शर्मिष्ठा ने हाल ही में ‘प्रणब माई फादर’ नाम से एक किताब लिखी है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं संग अपने पिता के रिश्तों की बात की है.
एनडीटीवी से बात करते हुए शर्मिष्ठा ने कहा कि जब उनके पिता को राष्ट्रपति नियुक्त किया गया, तो उन्हें अपने दायित्वों और जिम्मेदारियों के बारे में बखूबी मालूम था. प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया था कि भले ही दोनों लोग अलग-अलग विचारधाराओं से आते हैं, मगर वह कभी भी सरकार के कामकाज में दखल नहीं देंगे. प्रणब मुखर्जी 2012 से लेकर 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे. उनके कार्यकाल के मध्य में ही नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.
‘काफी पुराना था दोनों का रिश्ता’
शर्मिष्ठा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उनकी अलग-अलग विचारधाराओं को देखते हुए ये बहुत ही अजीब बात थी. हालांकि मुझे ये भी लगता है कि दोनों के बीच ये रिश्ता काफी साल पुराना था. यहां तक पीएम मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से भी पहले से.’ उन्होंने आगे कहा, ‘पीएम मोदी ने बताया था कि वह जब एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता के तौर अलग-अलग इवेंट्स के लिए दिल्ली आते थे, तो वह मॉर्निंग वॉक के दौरान बाबा (प्रणब मुखर्जी) से जरूर मिलते थे.’
शर्मिष्ठा ने आगे बताया, ‘पीएम मोदी ने मुझे बताया था कि बाबा उनसे हमेशा प्यार से बात करते थे और वह उनके पैर छू लिया करते थे. मुझे लगा कि ये बाबा की डायरी में एक बेहतरीन एंट्री होगी.’
पैर छूने से खुश रहते थे पूर्व राष्ट्रपति
पूर्व कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा ने अपने पिता की डायरी की एक और एंट्री के बारे में बताया है. उन्होंने कहा, ‘जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर राष्ट्रपति से मिलने के लिए पहली बार आए, तो बाबा ने अपनी डायरी में लिखा था, वह कांग्रेस सरकार और उसकी नीतियों के कट्टर आलोचक हैं. लेकिन वह निजी पलों में मेरे पैर छूते हैं. ये मुझे काफी खुश कर देता है. मुझे नहीं पता ऐसा क्यों होता है.’ शर्मिष्ठा ने ये भी बताया कि पीएम मोदी ने खुद उनसे इस किस्से के बारे में बताया था.