नई दिल्ली। प्रगति मैदान सुरंग सड़क में पानी के रिसाव पर अपनी रिपोर्ट देने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी)ने पांच विशेषज्ञों की समिति बना दी है। समिति इस मामले में 30 दिन के अंदर रिपोर्ट देगी।
विशेषज्ञ समिति आइटीपीओ सुरंग में पानी के रिसाव के संबंध में इसकी निर्माणकर्ता कंपनी एलएंडटी द्वारा प्रस्तुत विधि विवरण और प्रस्ताव की जांच करेगी। समिति सुरंग के मूल डिजाइन और उसकी कारीगरी की भी जांच करेगी। समिति में डीएमआरसी, सीपीडब्ल्यूडी तथा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी शामिल किए गए हैं।
कंपनी को भेजा था 500 करोड़ का नोटिस
बता दें कि सुरंग सड़क को लेकर विवाद उस समय बढ़ गया था, जब उपराज्यपाल वी के सक्सेना के निर्देश पर फरवरी में लोक निर्माण विभाग ने घटिया काम का आरोप लगाकर निर्माणकर्ता कंपनी एलएंडटी (लार्सन एंड टूब्रो) को 500 करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस भेजा था।
उस समय उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को विभाग के संबंधित अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा था। लोक निर्माण विभाग ने कंपनी को दिए नोटिस में उन मुद्दों को उठाया था जिनके कारण एक बेहतर परियोजना बदतर हालत में पहुंच गई। जिसमें मुख्य मुद्दा सुरंग सड़क में हो रहे जलभराव को लेकर उठाया गया था।
समस्या दूर करने के लिए दिया था 15 दिन का समय
एलएंडटी ने परियोजना पर काम किया था, जिसमें परियोजना के डिजाइन की एलएंडटी की जिम्मेदारी थी। लोक निर्माण विभाग ने कहा कि इसमें डिजाइन संबंधी खामियां सामने आई हैं। विभाग ने समस्याएं दूर कराने के लिए कंपनी को 15 दिन का समय दिया था। उधर, कंपनी ने भी पीडब्ल्यूडी को 500 करोड़ का नोटिस भेज दिया था। उसके बाद कंपनी से सुरंग सड़क में काम कराया है।
पीएम मोदी ने जून 2022 में किया था उद्घाटन
मगर जल रिसाव की समस्या दूर नहीं हुई है। सुरंग सड़क का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जून 2022 को किया था। उद्घाटन के कुछ समय के बाद से लगातार इसमें पानी का रिसाव हो रहा है। सुरंग की दीवारें खराब हो रही हैं। गत 17 जनवरी को एलजी वी के सक्सेना ने प्रगति मैदान सुरंग सड़क का निरीक्षण किया था। एलजी ने पाया था कि सुरंग सड़क जल जमाव और रिसाव के मुद्दों का सामना कर रही है।
एलजी ने किया था सुरंग का निरीक्षण
इससे नाराज एलजी के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने एलएंडटी को कानूनी नोटिस जारी किया, जिसमें प्रतिष्ठा को नुकसान तथा आश्वासन के बावजूद निष्क्रियता के लिए 500 करोड़ रुपये की मांग की गई है। एलजी ने इससे पहले अगस्त 2023 और सितंबर 2023 में भी सुरंग का निरीक्षण किया था और दौरे में तीनों बार एलएंडटी के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
777 करोड़ रुपये आई थी परियोजना पर लागत
एलएंडटी को भी जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने को कहा गया। परियोजना पर कुल लागत 777 करोड़ रुपये आई थी। सुरंग सड़क का उपयोग इंडिया गेट से रिंग रोड पर आने जाने के लिए किया जाता है। इसकी लंबाई करीब सवा किलोमीटर है।
यह सुरंग प्रगति मैदान के नीचे से गुजरती है और मथुरा रोड पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से आकर रिंग रोड पर आने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा इसी परियोजना के तहत मथुरा रोड पर बनाए गए चार अंडरपास में भी पानी का रिसाव हो रहा है। इस परियोजना के तहत पांचवां अंडरपास भैरों मार्ग से रिंग रोड पर आने-जाने के लिए बनाया जा रहा है जो अभी निर्माणाधीन है।